Yevgeny Prigozhin Profile: रूस के वैगनर ग्रुप चीफ येवगेनी प्रिगोझिन की कल यानी बुधवार (23 अगस्त) को प्लेन हादसे में मौत हो गई. उन्होंने दो महीने पहले जून में राष्ट्रपति पुतिन के खिलाफ यूक्रेन की लड़ाई के दौरान बगावत कर दी थी, जिसके बाद मामला बिगड़ गया था और उन्हें येवगेनी प्रिगोझिन को बेलारूस निर्वासित कर दिया गया था.
एक वक्त येवगेनी प्रिगोझिन लो प्रोफाइल वाले एक बिजनेस मैन थे, जिन्हें बाद में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ अच्छे संबंधों को बल-बूते कई तरह के फायदे हुए. वो पहले से किसी लड़ाकू समूह के मुखिया नहीं थे. वो पहले हॉट डॉग बेचा करते थे. इसके बाद उन्होंने एक फैंसी रेस्त्रां भी खोला, जिसमें रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भी रुचि दिखाई थी.
मां हॉस्पिटल में काम किया करती थी
वैगनर ग्रुप के चीफ येवगेनी प्रिगोझिन का जन्म साल 1961 में उस समय के लेनिनग्राद में हुआ था, जिसे अब सेंट पीटर्सबर्ग कहते हैं. येवगेनी प्रिगोझिन जब छोटे थे, तभी उनके पिता की मौत हो गई थी. उनकी मां हॉस्पिटल में काम किया करती थी. अपने युवा अवस्था में प्रिगोझिन को स्पोर्ट्स अकादमी भेज दिया गया, जहां वो स्काई किंग करते थे. हालांकि, वो एक पेशेवर खिलाड़ी नहीं बन सके.
उन्होंने स्कूल की पढ़ाई खत्म करते ही जुर्म का हाथ थाम लिया. उन्होंने साल 1980 में अपने कुछ दोस्तों के साथ मिलकर लूटपाट और चोरी करने लगे, जिसके आरोप में साल 1980 में वो पकड़े गए. इसके बाद उन्हें 13 साल की सजा सुनाई गई. जेल से निकले के बाद वो हॉट डॉग बेचने लगे. वो महीने का 1 हजार डॉलर कमाने लगे. वो हमेशा बड़े लोगों के साथ अपना परिचय साधने का काम करने थे, जिनका उन्हें फायदा भी मिलता था.
सेंट पीटर्सबर्ग में साल 1995 में रेस्टोरेंट खोला था
येवगेनी प्रिगोझिन ने सेंट पीटर्सबर्ग में साल 1995 में रेस्टोरेंट खोला था, जिसका नाम ओल्ड कस्टम हाउस था. ये रेस्टोरेंट सेंट पीटर्सबर्ग के वासिलीवस्की द्वीप पर खोला गया था. उसमें शहर के फेमस लोग आया करते थे. इन फेमस लोगों में पॉप-स्टार से लेकर नेता और मेयर लोग आया करते थे. वहीं 90 के दशक में पुतिन सेंट पीटर्सबर्ग के डिप्टी मेयर हुआ करते थे, जो मेयर अनातोली सोबचक के साथ प्रिगोझिन के रेस्टोरेंट में आया करते थे.
पुतिन ने साल 2010 में येवगेनी प्रिगोझिन को एक फैक्ट्री खोलने में मदद पहुंचाई थी. उन्हें राज्य के बैंक से लोन दिलवाने में भी पुतिन ने मदद की थी. उन्होंने कई सालों तक क्रेमलिन के कई प्रोग्राम में कैटरिंग का भी काम संभाला था. इसके बाद प्रिगोझिन को पुतिन का शेफ के नाम से पुकारे जाने लगा. वहीं प्रिगोझिन ने अपने कैटरिंग बिजनेस को और आगे बढ़ाते हुए साल 2001 में स्कूलों में भी लंच सर्विस शुरू कर दी.
येवगेनी प्रिगोझिन के लिए नया मौका
येवगेनी प्रिगोझिन के लिए साल 2014 एक नया मौका लेकर सामने आया है. उस वक्त रूस ने क्रीमिया पर कब्जा करने के लिए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन सेना के बजाए किसी दूसरे ग्रुप को हमला करने के लिए भेजना चाहते थे. हालांकि, उस वक्त तक रूस में प्राइवेट आर्मी अवैध थी. उस वक्त सी लोकल ग्रुप में जिम्मेदारी संभालने को आगे आयी, लेकिन आखिर में वैगनर ग्रुप को हमले की जिम्मेदारी सौंपी गई.
एक पूर्व अधिकारी ने इस संबंध में बात करते हुए जानकारी दी थी कि ये येवगेनी प्रिगोझिन का ही दिमाग था. इसको लेकर उन्होंने पुतिन से बात की थी. रूसी रक्षा मंत्रालय ने प्रिगोझिन को दक्षिणी रूस में मोल्किनो में ट्रेनिंग करवाने के लिए जमीन मुहैया कराई गई.
रूस और यूक्रेन युद्ध में वैगनर का रोल
रूस और यूक्रेन के बीच साल 2022 में लड़ाई शुरू हुई तो उस वक्त बखमुत में कब्जा करने में वैगनार ने अपने बहुत से सैनिकों को खो दिया. इसको लेकर येवगेनी प्रिगोझिन ने रूसी रक्षा मंत्रालय से जुड़े अधिकारीयों पर आरोप लगाया कि वो लोग हमारी कोई भी मदद नहीं कर रह हैं. वो लोग हमारे सैनिकों को मौत के मुंह में धकेलने का काम कर रहे है.
इसके बाद जून में ही वैगनर चीफ ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ बगावत का ऐलान कर दिया. इसके बाद से ही पुतिन और प्रिगोझिने के बीच मतभेद शुरू हो गए. ये इतिहास गवाह है कि जब भी किसी ने पुतिन के साथ बगावत करने की कोशिश की है, उनका अंजाम मौत ही होता है.
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