बीते शुक्रवार (16 फरवरी 2024) को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के एक और कट्टर आलोचक एलेक्सी नवलनी की रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई है. रूसी जेल सेवा में कार्यरत कर्मियों का कहना है कि उन्हें सुबह टहलते समय कुछ दिक्क्त हो रही थी. जिसकी सूचना उन्होंने कर्मचारियों की दी और अचेत हो गए. आनन-फानन में उन्हें जेल में ही शुरुआती उपचार उपलब्ध कराया गया, लेकिन वह दोबारा नहीं उठ सके और उनकी मौत हो गई. 


नवलनी रूसी राष्ट्रपति के पहले आलोचक नहीं हैं, जिनकी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हुई है. उनसे पहले भी पुतिन के विरोधियों की रहस्यमय तरीके से मौत हो चुकी है. आइए इस लिस्ट पर डालते हैं एक नजर... 


येवगेनी प्रिगोझिन


अर्द्धसैनिक समूह के पूर्व प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन एक समय में पुतिन के सबसे भरोसेमंद सदस्यों में से एक थे. हालांकि, 2023 में एक विमान से यात्रा करते हुए उनकी मौत हो गई. यह विमान आसमान में ही क्रैश हो गया था. हैरान करने वाली बात यह रही कि प्रिगोझिन का निधन तब हुआ जब उन्होंने यूक्रेन के खिलाफ युद्ध को लेकर असहमति व्यक्त की थी.


प्रिगोझिन ने वैगनर समूह के लड़ाकों को रूसी सेना में शामिल करने के पुतिन के फैसले का विरोध किया था. यही नहीं उन्होंने वैगनर समूह को जरुरी संसाधन उपलब्ध न कराने का आरोप भी लगया था. मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो उन्होंने रूस में तख्तापलट करने की भी कोशिश की थी. जिसके बाद उन्हें सजा के तौर पर देश से निकाल दिया गया था. 


बोरिस नेम्त्सोव


क्रेमलिन के मुखर आलोचक बोरिस नेम्त्सोव रूस के उप प्रधानमंत्री के पद पर अपनी सेवा दे चुके थे. उन्होंने पुतिन को रूस के बड़े कारोबारियों के हाथ की कठपुतली बताई थी. उनका कहना था कि पुतिन अपने पहचान वाले कारोबारियों की मदद करते हैं. इसकी वजह से उन्हें कई बार जेल की हवा भी खानी पड़ी. 2015 में नेम्त्सोव जब अपने घर के लिए लौट रहे थे तब उनकी किसी ने गोली मारकर हत्या कर दी.


बोरिस बेरेजोव्स्की


बोरिस बेरेजोव्स्की रूस के एक संपन्न व्यापारी थे. बाद में वह रूस छोड़कर इंग्लैंड चले गए. सोवियत संघ की पतन के बाद उन्होंने काफी संपत्ति इकट्ठा की थी. बताया जाता है कि उन्होंने यह संपत्ति लक्जरी कारों की बिक्री से प्राप्त की थी. उनके ख्याति में चार चांद एक रूसी मीडिया को खरीदने के बाद लगी. हालांकि, पुतिन के साथ विवाद के बाद उन्हें 2013 में यूके स्थित घर के बाथरूम में मृत पाया गया. उनके गले में फंदा लटका हुआ था. ब्रिटिश पुलिस का कहना था उन्होंने खुद से अपनी जान ली है.


अलेक्जेंडर लिट्विनेंको


अलेक्जेंडर लिट्विनेंको एक पूर्व रूसी जासूस थे. बाद में वह क्रेमलिन के आलोचक बन गए. सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक ब्रिटिश जांच में जांच में पता चला था कि लिट्विनेंको को 2006 में लंदन स्थित एक होटल में मृत पाया गया. बताया जाता है कि दो रूसी एजेंटों ने उनकी ग्रीन टी में अत्यधिक रेडियोधर्मी पोलोनियम- 210 मिला दिया था. जिससे उनकी मौत हो गई.


रवील मगानोव


मगानोव रूस की तेल कंपनी लुकोइल के चेयरमैन थे. उनकी गिनती एक समय में पुतिन के करीबियों में की जाती थी. हालांकि, यूक्रेन युद्ध के बाद दोनों के रिश्तों में मतभेद आ गए. विवादों के बीच उन्हें सितंबर 2022 में मॉस्को स्थित एक अस्पताल के बाहर मृत पाया गया. बताया जाता है कि उन्होंने खिड़की से कूदकर आत्महत्या कर ली थी.


अन्ना पोलितकोवस्काया 


पोलितकोवस्काया चेचन्या में रूसी युद्ध की मुखर आलोचक थीं. जिसके बाद उन्हें अक्टूबर 2006 में उनके मॉस्को स्थित अपार्टमेंट के बाहर कुछ लोगों ने गोली मार दी. उनकी मौत के आरोप में 5 लोगों को जिम्मेदार ठहराया गए, लेकिन यह आज तक नहीं पता चल पाया कि किसके कहने पर हमलावरों ने उनके ऊपर गोली चलाई थी. 


सर्गेई मैग्निट्स्की


रूस में भ्रष्टाचार को उजागर करने वाले रूसी कर सलाहकार सर्गेई मैग्निट्स्की को बिना किसी मुकदमे के हिरासत में लिया गया था. जब वह जेल से रिहा होने वाले थे उससे करीब 7 दिन पहले उनकी मृत्यु हो गई. मैग्निट्स्की को 2008 में गिरफ्तार किया गया था. 16 नवंबर 2009 को रहस्यमय परिस्थितियों में उनकी मौत हो गई. 


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