Russia-Ukraine War: यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की रूस के साथ युद्ध में 30 दिन के सीजफायर के लिए तैयार हो गए हैं. उन्होंने रूस के साथ शांति बनाए रखने के लिए बातचीत शुरू करने पर भी सहमति जताई है. अमेरिकी अधिकारियों के साथ मंगलवार को सऊदी अरब में मीटिंग के बाद यूक्रेन ने इसकी घोषणा की. इस समझौते के बाद अमेरिका ने यूक्रेन पर सैन्य सहायता और इंटेलिजेंस शेयरिंग पर लगाई गई रोक को तुरंत हटा लिया है.
सऊदी अरब के जेद्दा में बातचीत के लिए अमेरिकी डेलीगेशन को लीड करने वाले विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा कि वाशिंगटन क्रेमलिन के सामने सीजफायर का प्रस्ताव पेश करेगा. रूबियो ने कहा, 'हम उन्हें (पुतिन) बताएंगे कि यह मुद्दा क्या है. यूक्रेन गोलीबारी बंद करने और बातचीत शुरू करने के लिए तैयार है और अब यह उन पर निर्भर करेगा कि वो क्या चाहते हैं. अगर वो ना कहते हैं तो हमें पता चल जाएगा कि शांति के लिए कौन सी बाधा है.'
ट्रंप के विजन पर सहमत है यूक्रेन: यूएस NSA
ट्रंप के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइक वाल्ट्ज ने कहा, 'यूक्रेनी डेलीगेशन ने स्पष्ट कर दिया है कि वो राष्ट्रपति ट्रंप के शांति के विजन पर सहमत है.' जेद्दा में मंगलवार (11 मार्च) को अमेरिका और यूक्रेनी डेलीगेशन के बीच करीब आठ घंटे तक बातचीत हुई, जिससे ऐसा लगा कि मानो ट्रंप और जेलेंस्की के बीच 'दुश्मनी' फिलहाल के लिए खत्म हो गई हो, जो पिछले महीने व्हाइट हाउस में दोनों नेताओं की बैठक के दौरान उभकर सामने आई थी.
जेलेंस्की बोले- हम शांति चाहते हैं
वाल्ट्ज ने कहा कि हमने इस पर चर्चा की यह युद्ध कैसे स्थायी रूप से खत्म होगा और इसमें यूक्रेन को लंबे समय तक सुरक्षा गारंटी भी शामिल है. उन्होंने कहा कि ट्रंप ने अरबों डॉलर की अमेरिकी सैन्य सहायता और खुफिया जानकारी शेयरिंग करने पर लगी रोक को भी तुरंत हटा लिया है. इस बैठक के बाद जेलेंस्की ने कहा कि हमारी स्थिति पूरी तरह स्पष्ट है. यूक्रेन ने युद्ध की शुरुआत से ही शांति के लिए प्रयास किया है और हम जल्द से जल्द इसे हासिल करने के लिए प्रयास करना चाहते हैं. हम चाहते हैं कि युद्ध की वापसी आगे कभी न हो.
सीजफायर पर क्या बोले ट्रंप?
यूक्रेन की ओर से सीजफायर पर बनी सहमति पर ट्रंप ने कहा कि अब हमें रूस जाना है और उम्मीद है कि राष्ट्रपति (व्लादिमीर) पुतिन भी इस पर सहमत होंगे. शहरों में गोलाबारी की वजह से लोग मारे जा रहे हैं. हम चाहते हैं कि यह युद्ध जल्द से जल्द खत्म हो जाए. अगर हम रूस को ऐसा करने के लिए राजी कर सकते हैं तो यह बहुत अच्छा होगा. अगर हम ऐसा नहीं कर पाए तो हम बस चलते रहेंगे और लोग मारे जाएंगे.
अब पुतिन के पाले में है गेंद!
अमेरिका और यूक्रेन के डेलीगेशन के बीच मीटिंग के बाद अब सबकी नजरें रूस पर टिकी हुई हैं. ट्रंप के दूत स्टीव विटकॉफ जल्द ही मास्को जाकर राष्ट्रपति पुतिन से मुलाकात कर सकते हैं, जहां वो सीजफायर का प्रस्ताव पुतिन के सामने रखेंगे. हालांकि अबतक इस पर रूस की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. क्रेमलिन के प्रवक्ता ने पहले कहा था कि रूस शांति के लिए तैयार है, लेकिन उसके लिए कुछ शर्तें भी हैं.