Zydus Cadilla Medicine: जायडस कैडिला (Zydus Cadilla) को एक नई दवा के दूसरे चरण के क्लिनिकल ट्रायल (Clinical Trial)की मंजूरी मिल गई है. दवा कंपनी जायडस कैडिला ने सोमवार को कहा कि उसे अपनी नई दवा के अगले चरण का ट्रायल शुरू करने की मंजूरी मिल गई है. जायडस कंपनी क्रायोपायरिन-एसोसिऐटेड पिरियोडिक सिंड्रोम (CAPS) से पीड़ित मरीजों के लिए दवा बना रही है. क्लिनिकल स्टडी में इस बात का अध्ययन किया जाएगा कि ये दवा क्रायोपायरिन-एसोसिऐटेड पिरियोडिक सिंड्रोम (CAPS) के मरीजों के लिए कितनी कारगर है.


Zydus Cadilla को क्लिनिकल ट्रायल की मंजूरी


दवा कंपनी जायडस कैडिला ने बताया कि मंजूरी मिलने से अब वह ऑस्ट्रेलिया में क्रायोपायरिन-एसोसिऐटेड पिरियोडिक सिंड्रोम (सीएपीएस) से पीड़ित मरीजों पर अपनी दवा जेडवाईआईएल1(ZYIL1) के दूसरे चरण का क्लिनिकल ट्रायल शुरू कर सकेगी. जायडस कैडिला ने एक बयान में कहा कि इस क्लिनिकल ट्रायल में यह देखा जाएगा कि सीएपीएस के मरीजों के लिए दवा कितनी सुरक्षित है, इसके संभावित दुष्प्रभावों को मरीज कितना बर्दाश्त कर सकता है और यह शरीर में किस तरह काम करती है.


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इसके अलावा ZYIL1 के प्रभावों का भी अध्ययन किया जाएगा. पहले चरण के क्लिनिकल ट्रायल में पाया गया था कि जेडवाईआईएल1(ZYIL1) सुरक्षित है और इसे मरीज का शरीर बर्दाश्त कर सकता है. अगले चरण में अध्ययन के बाद साफ हो जाएगा कि ये दवा क्रायोपायरिन-एसोसिऐटेड पिरियोडिक सिंड्रोम के मरीजों के लिए कितनी सुरक्षित है.


क्या है सीएपीएस?


क्रायोपायरिन-एसोसिऐटेड पिरियोडिक सिंड्रोम (सीएपीएस) एक दुर्लभ बीमारी है. इस रोग से पीड़ित मरीजों को कई न्यूरोलॉजिकल जटिलताओं का भी अनुभव होता है-जैसे  हियरिंग लॉस, माइग्रेन, सिरदर्द. जायडस कैडिला की दवा बनने के बाद ऐसे रोगियों का उपचार में काफी मदद मिल सकती है.


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