उन्होंने कहा, "चाहे वह खुले में शौच हो या नपुंसकता का मुद्दा, इन विषयों पर भारतीय सिनेमा में पहली बार फिल्में बन रही हैं, इसलिए मैं इन फिल्मों का हिस्सा बन कर काफी सौभाग्यशाली महसूस कर रही हूं."
2/6
भूमि बॉलीवुड में परंपरागत नायिका की छवि को तोड़ने वाली फिल्मों में काम करते हुए इंडस्ट्री में अपनी जगह बनाने का प्रयास कर रही हैं. भूमि ने कहा कि उन्हें एक अच्छी कहानी को मना करने का कोई कारण नजर नहीं आता. एक मुबंई की लड़की के लिए छोटे शहरों की लड़की का किरदार निभाना बहुत ही चुनौतीपूर्ण होता है.
3/6
असल जिंदगी में एक महिला के रूप में मुझे खूबसूरत दिखना और खुद पर थोड़ा गुमान करना पसंद है. उन्होंने आगे कहा, "हां, पर्दे पर मैं 'गर्ल नेक्स्ट डोर' का किरदार निभाती हूं लेकिन असल जिंदगी में तैयार होने में दो घंटे तक का समय लेती हूं. चाहे मैं अपने दोस्तों से मिलने जा रही हूं या किसी फिल्म का प्रमोशन कर रही हूं, मैं हमेशा तैयार होने में घंटों लगाती हूं. मैं पूरी तरह से एक पारंपरिक मुंबई की लड़की हूं.
4/6
यह पूछे जाने पर कि क्या मीडिया की तरफ से एक ही फिल्मों के बारे में या किसी एक ही विषय पर बार-बार सवाल पूछे जाने से वह ऊब जाती हैं, उन्होंने कहा, "मैं अपनी फिल्मों का प्रचार करके नहीं ऊबती क्योंकि यह मेरे लिए एक नई प्रक्रिया है. हालांकि शूटिंग और अभिनय करना प्रचार करने से ज्यादा दिलचस्प होता है. जब मुझे खूबसूरत कपड़े पहनने और अच्छे से तैयार होने का मौका मिलता है, तब मुझे खुशी होती है."
5/6
भूमि ने बताया, "हर लड़की के जीवन में फैशन महत्वपूर्ण है. फैशन के कपड़ों को पहनकर सहज महसूस करने के अलावा कुछ और नहीं है और ऐसे कपड़ों को दर्शाने के बारे में है, जो आपको आत्मविश्वास महसूस कराते हैं. यह मेरे लिए काफी महत्वपूर्ण है... मैं खरीदारी अनिवार्य रूप से करती हूं."
6/6
'दम लगा के हईशा', 'टॉयलेट एक प्रेम कथा' और 'शुभ मंगल सावधान' जैसी फिल्मों में एक छोटे शहर की और मध्यम वर्ग की लड़की का किरदार निभाने वाली भूमि पेडनेकर का कहना है कि वह खरीदारी जरूरी तौर पर करती हैं और फैशन को काफी अहमयित देती है.