एक्सप्लोरर
Advertisement
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/Premium-ad-Icon.png)
इस योजना के तहत 70 से ज्यादा यंत्रो पर मिलेगी तगड़ी सब्सिडी, जानें
बिहार सरकार 75 प्रकार के यंत्रों पर 40% से 80% तक की सब्सिडी देगी. इस योजना का उद्देश्य किसानों को आधुनिक यंत्रों तक पहुंच प्रदान करना है.
![बिहार सरकार 75 प्रकार के यंत्रों पर 40% से 80% तक की सब्सिडी देगी. इस योजना का उद्देश्य किसानों को आधुनिक यंत्रों तक पहुंच प्रदान करना है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/06/26/9cc3c043ed5c36e0454d7317cdee63a41719389666856349_original.png?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
बिहार सरकार ने किसानों की आय में वृद्धि के लिए एक नई पहल की है. कृषि यांत्रिकीकरण योजना के तहत किसानों को कृषि यंत्रों जैसे स्ट्रा रीपर, सुपर सीडर,हैप्पी सीडर,रीपर कम बाइंडर,स्ट्रा बेलर और लेजर लैवलर खरीदने पर सब्सिडी मिलेगी.
1/5
![इस योजना में 75 कृषि यंत्रों पर 40-80% अनुदान मिलता है. लघु और सीमांत किसानों को हसिया, कुदाल, खुरपी आदि छोटे उपकरणों का किट अनुदानित दर पर दिया जाता है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/06/26/178400ac3975fc554daad2b3742bc0bdfb3c6.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
इस योजना में 75 कृषि यंत्रों पर 40-80% अनुदान मिलता है. लघु और सीमांत किसानों को हसिया, कुदाल, खुरपी आदि छोटे उपकरणों का किट अनुदानित दर पर दिया जाता है.
2/5
![योजना के तहत किसानों को स्ट्रा रीपर, सुपर सीडर, हैप्पी सीडर, रीपर कम बाइंडर, स्ट्रा बेलर, ब्रश कटर जैसे विभिन्न कृषि उपकरणों पर सब्सिडी प्रदान की जाएगी.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/06/26/6b4fbe2b71c45c2100af9a25e923f10180fde.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
योजना के तहत किसानों को स्ट्रा रीपर, सुपर सीडर, हैप्पी सीडर, रीपर कम बाइंडर, स्ट्रा बेलर, ब्रश कटर जैसे विभिन्न कृषि उपकरणों पर सब्सिडी प्रदान की जाएगी.
3/5
![योजना में कुल 75 प्रकार के कृषि उपकरणों पर 40% से 80% तक की सब्सिडी का प्रावधान है. लघु और सीमांत किसानों के लिए छोटी उपकरण किट जैसे हसिया, कुदाल, खुरपी, मेज सेलर और वीडर रियायती दरों पर उपलब्ध कराए जा रहे हैं.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/06/26/558527c3866af9ae83e4e9fc838d27699eb57.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
योजना में कुल 75 प्रकार के कृषि उपकरणों पर 40% से 80% तक की सब्सिडी का प्रावधान है. लघु और सीमांत किसानों के लिए छोटी उपकरण किट जैसे हसिया, कुदाल, खुरपी, मेज सेलर और वीडर रियायती दरों पर उपलब्ध कराए जा रहे हैं.
4/5
![यांत्रिकरण योजना के तहत बुवाई से पहले और कटाई के बाद इस्तेमाल होने वाले 75 प्रकार के यंत्रों पर अनुदान दिया जा रहा है. इनमें कल्टीवेटर, डिस्क हैरो, पोटैटो प्लांटर, पैडी ट्रांसप्लांटर, मल्टी क्रप थ्रेसर, टी प्लकर, पोटैटो डीगर, मखाना पपिग मशीन, राइस मिल, फ्लोर मिल, चौक कटर, पावर टीलर और रोटोवेटर आदि यंत्र शामिल हैं.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/06/26/671130feb326602b1d098481ae2a08c621c26.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
यांत्रिकरण योजना के तहत बुवाई से पहले और कटाई के बाद इस्तेमाल होने वाले 75 प्रकार के यंत्रों पर अनुदान दिया जा रहा है. इनमें कल्टीवेटर, डिस्क हैरो, पोटैटो प्लांटर, पैडी ट्रांसप्लांटर, मल्टी क्रप थ्रेसर, टी प्लकर, पोटैटो डीगर, मखाना पपिग मशीन, राइस मिल, फ्लोर मिल, चौक कटर, पावर टीलर और रोटोवेटर आदि यंत्र शामिल हैं.
5/5
![कृषि यांत्रिकरण योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों को उन्नत कृषि यंत्र अनुदानित दर पर उपलब्ध कराना है. इससे किसान समय पर कृषि कार्य कर उत्पादकता बढ़ा सकेंगे. पहली बार किसानों को अनुदानित दर पर कृषि यंत्र खरीदने के लिए अप्रैल माह से ही आवेदन की सुविधा दी गई है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/06/26/465f9a690239ed244c9d33e486ec6a63f3064.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
कृषि यांत्रिकरण योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों को उन्नत कृषि यंत्र अनुदानित दर पर उपलब्ध कराना है. इससे किसान समय पर कृषि कार्य कर उत्पादकता बढ़ा सकेंगे. पहली बार किसानों को अनुदानित दर पर कृषि यंत्र खरीदने के लिए अप्रैल माह से ही आवेदन की सुविधा दी गई है.
Published at : 26 Jun 2024 01:44 PM (IST)
Tags :
Agricultureऔर देखें
Advertisement
ट्रेंडिंग न्यूज
Advertisement
Advertisement
टॉप हेडलाइंस
इंडिया
उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड
बॉलीवुड
क्रिकेट
Advertisement
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)
![तहसीन मुनव्वर](https://feeds.abplive.com/onecms/images/author/3df5f6b9316f4a37494706ae39b559a4.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=70)
तहसीन मुनव्वरवरिष्ठ पत्रकार
Opinion