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Top Vegetables: इन 11 सब्जियों की खेती से मिलेगा सालभर की मेहनत का फल, टॉप किस्मों से करें बुवाई
Vegetable Farming: रबी सीजन में कई किसान सब्जियों की खेती करने का मन बना रहे हैं, इसलिये इन 11 सब्जी फसलों के बारे में जान लें, जिनकी उन्नत किस्मों से आधुनिक खेती करके अच्छा पैसा कमा सकते हैं.
![Vegetable Farming: रबी सीजन में कई किसान सब्जियों की खेती करने का मन बना रहे हैं, इसलिये इन 11 सब्जी फसलों के बारे में जान लें, जिनकी उन्नत किस्मों से आधुनिक खेती करके अच्छा पैसा कमा सकते हैं.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/09/27/73380342b8e978824a6ae6163973186a1664264982369455_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
सर्दियों में सब्जी की खेती (फाइल तस्वीर)
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![Top Vegetables: दुनियाभर के सब्जी उत्पादक देशों में भारत का नाम टॉप आता है. यहां पहाड़-पर्वतों से लेकर मैदानी इलाकों, सूखाग्रास्त, बंजर, दलदली और नदी-समुद्र किनारे भी सब्जियों की खेती की जाती है. अब सब्जी उत्पादन से अच्छा पैसा कमाने के लिये किसान भी आधुनिक तकनीकों, उन्नत किस्मों और विशेषज्ञों की सलाह के अनुसार वैज्ञानिक खेती कर रहे हैं. इससे सब्जियों की क्वालिटी तो बेहतरीन रहती ही है, साथ बाजार में इनके काफी अच्छे दाम भी मिल जाते हैं. बता दें कि इन सब्जियों की अगेती बुवाई के लिये सिंतबर से अक्टूबर, मध्यम बुवाई के लिये अक्टूबर से नंवबर और पछेती बुवाई के लिये दिसंबर से जनवरी का समय ही उपयुक्त रहता है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/09/27/0b548bf331a395773e909ad9474b196e0f657.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
Top Vegetables: दुनियाभर के सब्जी उत्पादक देशों में भारत का नाम टॉप आता है. यहां पहाड़-पर्वतों से लेकर मैदानी इलाकों, सूखाग्रास्त, बंजर, दलदली और नदी-समुद्र किनारे भी सब्जियों की खेती की जाती है. अब सब्जी उत्पादन से अच्छा पैसा कमाने के लिये किसान भी आधुनिक तकनीकों, उन्नत किस्मों और विशेषज्ञों की सलाह के अनुसार वैज्ञानिक खेती कर रहे हैं. इससे सब्जियों की क्वालिटी तो बेहतरीन रहती ही है, साथ बाजार में इनके काफी अच्छे दाम भी मिल जाते हैं. बता दें कि इन सब्जियों की अगेती बुवाई के लिये सिंतबर से अक्टूबर, मध्यम बुवाई के लिये अक्टूबर से नंवबर और पछेती बुवाई के लिये दिसंबर से जनवरी का समय ही उपयुक्त रहता है.
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![मूली- मूली की उन्नत किस्मों में वाइट आइसिकिल, रैपिड रेड वाइट टिप्ड, पूसा मृदुला, पूसा देसी, जापानी सफेद, पूसा हिमानी, पूसा चेतकी, पालम ह्रदय, पूसा जमुनी, पूसा गुलाबी, पूसा श्वेता आदि शामिल हैं, जो कम समय में काफी अच्छी पैदावार देती हैं.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/09/27/900da5580da6eb631f333c2004b51c1f4d5fb.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
मूली- मूली की उन्नत किस्मों में वाइट आइसिकिल, रैपिड रेड वाइट टिप्ड, पूसा मृदुला, पूसा देसी, जापानी सफेद, पूसा हिमानी, पूसा चेतकी, पालम ह्रदय, पूसा जमुनी, पूसा गुलाबी, पूसा श्वेता आदि शामिल हैं, जो कम समय में काफी अच्छी पैदावार देती हैं.
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![ब्रोकली- बड़े-बड़े शहरों में ब्रोकली की मांग बनी रहती है. इसकी ग्रीन स्प्रॉउटिंग किस्मों में पालम समृद्धि, पूसा ब्रोकोली के टी एस-1, पंजाब ब्रोकोली-1. पर्पल हैडिंग किस्मों में पालम विचित्रा और येलोइश ग्रीन हैडिंग किस्म के लिये पालम कंचन अच्छा उत्पादन देती हैं.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/09/27/801b0e266b0bf74b50a31985bb3c3c7f495d4.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
ब्रोकली- बड़े-बड़े शहरों में ब्रोकली की मांग बनी रहती है. इसकी ग्रीन स्प्रॉउटिंग किस्मों में पालम समृद्धि, पूसा ब्रोकोली के टी एस-1, पंजाब ब्रोकोली-1. पर्पल हैडिंग किस्मों में पालम विचित्रा और येलोइश ग्रीन हैडिंग किस्म के लिये पालम कंचन अच्छा उत्पादन देती हैं.
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![गाजर- गाजर की प्रमुख किस्मों में पूसा रुधिरा, पूसा आसिता, पूसा वसुधा, पूसा कुल्फी, पूसा मेघाली, पूसा यमदग्नि, नैन्टीज, पूसा नयन ज्योति आदि शामिल हैं. ये अलग-अलग मिट्टी और जलवायु में काफी अच्छा उत्पादन देती हैं.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/09/27/607d23912a43a3e81403573ee2ba59cde2ec2.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
गाजर- गाजर की प्रमुख किस्मों में पूसा रुधिरा, पूसा आसिता, पूसा वसुधा, पूसा कुल्फी, पूसा मेघाली, पूसा यमदग्नि, नैन्टीज, पूसा नयन ज्योति आदि शामिल हैं. ये अलग-अलग मिट्टी और जलवायु में काफी अच्छा उत्पादन देती हैं.
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![लहसुन- लहसुन की खेती से अच्छी पैदावार के लिये यमुना सफेद (जी-1), यमुना सफेद-2 (जी-50), जी-282, जामनगर सफेद, एग्रीफाउंड पार्वती, एग्रीफाउंड वाइट (जी-41), एच जी-1, एच जी- 6, एल सी जी-1, गोदावरी तथा श्वेता आदि किस्मों से बुवाई कर सकते हैं.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/09/27/2cd7e5e5af9d00231270fda33cf637f9d4829.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
लहसुन- लहसुन की खेती से अच्छी पैदावार के लिये यमुना सफेद (जी-1), यमुना सफेद-2 (जी-50), जी-282, जामनगर सफेद, एग्रीफाउंड पार्वती, एग्रीफाउंड वाइट (जी-41), एच जी-1, एच जी- 6, एल सी जी-1, गोदावरी तथा श्वेता आदि किस्मों से बुवाई कर सकते हैं.
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![पालक- अक्टूबर आते-आते बाजार में पालक की डिमांड भी बढ़ जाती है. पालक का जल्दी और अधिक पैदावार देने वाली किस्मों में आलग्रीन, पूसा हरित, पूसा ज्योति, पंत कम्पोजिट-1, एच.एस. -23, पूसा भारती, जोबनेर ग्रीन आदि शामिल हैं.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/09/27/d36fead4607fa1f60d6e3fa91e66d9a1d9965.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
पालक- अक्टूबर आते-आते बाजार में पालक की डिमांड भी बढ़ जाती है. पालक का जल्दी और अधिक पैदावार देने वाली किस्मों में आलग्रीन, पूसा हरित, पूसा ज्योति, पंत कम्पोजिट-1, एच.एस. -23, पूसा भारती, जोबनेर ग्रीन आदि शामिल हैं.
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![टमाटर- टमाटर की सदाबहार खेती करने के लिये पूसा सदाबहार, पूसा रोहिणी, पूसा-120, पूसा गौरव, पी.एच.-8, पी.एच.-4, पी.एच.-2पूसा शीतल, पूसा-120, पूसा रूबी, पूसा गौरव, अर्का विकास, अर्का सौरभ और सोनाली उन्नत किस्में है. इसके अलाव हाइब्रिड किस्मों में पूसा हाइब्रिड-1, पूसा हाइब्रिड-2, पूसा हाईब्रिड-4, रश्मि और अविनाश-2 आदि भी काफी अच्छी पैदावार देती हैं.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/09/27/bae300b381e504dc2bb467b6dd76545fe9407.png?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
टमाटर- टमाटर की सदाबहार खेती करने के लिये पूसा सदाबहार, पूसा रोहिणी, पूसा-120, पूसा गौरव, पी.एच.-8, पी.एच.-4, पी.एच.-2पूसा शीतल, पूसा-120, पूसा रूबी, पूसा गौरव, अर्का विकास, अर्का सौरभ और सोनाली उन्नत किस्में है. इसके अलाव हाइब्रिड किस्मों में पूसा हाइब्रिड-1, पूसा हाइब्रिड-2, पूसा हाईब्रिड-4, रश्मि और अविनाश-2 आदि भी काफी अच्छी पैदावार देती हैं.
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![मटर- मटर की फलियों का बंपर उत्पादन लेने के लिये अगेती किस्मों में आर्किल, मिटियोर, पूसा प्रभात (डी.डी.आर-23), पूसा पन्ना (डी.डी.आर-27), आजाद मटर-5. मध्यम किस्मों में बौनविले, जवाहर मटर-1, जवाहर मटर-2, जवाहर मटर-3, पंत उपहार, आजाद मटर-1, पी.एस.एम. -3 और पछेती किस्मों मे स्वर्ण रेखा, एन. पी. -29 से बुवाई कर सकते हैं.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/09/27/2adc08c9455c6ca6d4d1fd871b56ad43d386b.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
मटर- मटर की फलियों का बंपर उत्पादन लेने के लिये अगेती किस्मों में आर्किल, मिटियोर, पूसा प्रभात (डी.डी.आर-23), पूसा पन्ना (डी.डी.आर-27), आजाद मटर-5. मध्यम किस्मों में बौनविले, जवाहर मटर-1, जवाहर मटर-2, जवाहर मटर-3, पंत उपहार, आजाद मटर-1, पी.एस.एम. -3 और पछेती किस्मों मे स्वर्ण रेखा, एन. पी. -29 से बुवाई कर सकते हैं.
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![प्याज- भारत में सालभर प्याज की खपत बनी रहती है. ऐसे में उत्पादन और उत्पादकता पर ध्यान देना जरूरी है. इसके लिये प्याज की पूसा रेड, पूसा माधवी, एग्रीफॉउन्ड लाइट रेड, भीमा लाल, भीमा गहरा लाल, भीमा सुपर, हिसार- 2, पंजाब लाल गोल, पंजाब चयन, पटना लाल, नासिक लाल, लाल ग्लोब, बेलारी लाल, पूना लाल, पूसा रतनार, अर्का निकेतन, अर्का प्रगति, अर्का लाइम, कल्याणपुर लाल और एल- 2-4-1 आदि किस्मों से बुवाई कर सकते हैं.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/09/27/eae0df1dca403451ab88360d1e9726670033d.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
प्याज- भारत में सालभर प्याज की खपत बनी रहती है. ऐसे में उत्पादन और उत्पादकता पर ध्यान देना जरूरी है. इसके लिये प्याज की पूसा रेड, पूसा माधवी, एग्रीफॉउन्ड लाइट रेड, भीमा लाल, भीमा गहरा लाल, भीमा सुपर, हिसार- 2, पंजाब लाल गोल, पंजाब चयन, पटना लाल, नासिक लाल, लाल ग्लोब, बेलारी लाल, पूना लाल, पूसा रतनार, अर्का निकेतन, अर्का प्रगति, अर्का लाइम, कल्याणपुर लाल और एल- 2-4-1 आदि किस्मों से बुवाई कर सकते हैं.
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![मेथी- पत्तेदार सब्जियों में मेथी का भी खूब नाम है. इसकी राजेन्द्र क्रांति, हिसार सोनाली, हिसार सुवर्णा, हिसार माधवी, हिसार मुक्ता, अजमेर मेथी-1, अजमेर मेथी-2, आरएमटी-1, पूसा अर्ली बंचिंग, कसूरी मेथी, लेम सेलेक्शन-1, पंत रागिनी, गुजरात मेथी-1, गुजरात मेथी-1 किस्में काफी अच्छी पैदावार देती हैं.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/09/27/90d02ff201a9dcdf0347289ff00f06d995d11.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
मेथी- पत्तेदार सब्जियों में मेथी का भी खूब नाम है. इसकी राजेन्द्र क्रांति, हिसार सोनाली, हिसार सुवर्णा, हिसार माधवी, हिसार मुक्ता, अजमेर मेथी-1, अजमेर मेथी-2, आरएमटी-1, पूसा अर्ली बंचिंग, कसूरी मेथी, लेम सेलेक्शन-1, पंत रागिनी, गुजरात मेथी-1, गुजरात मेथी-1 किस्में काफी अच्छी पैदावार देती हैं.
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![फूलगोभी- फूलगोभी की अगेती किस्मों में अर्ली, कुंआरी, पूसा कातिकी, पूसा दीपाली, समर किंग. पछेती किस्मों में पूसा स्नोबाल-1, पूसा स्नोबाल-2, पूसा स्नोबाल-16. मध्यम किस्मों में पंत सुभ्रा, पूसा सुभ्रा, पूसा सिन्थेटिक, पूसा अगहनी, पूसा स्नोबाल बंपर उत्पादन देती हैं.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/09/27/9dbcf6797e11abfe49d9b2232e7f4b297b867.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
फूलगोभी- फूलगोभी की अगेती किस्मों में अर्ली, कुंआरी, पूसा कातिकी, पूसा दीपाली, समर किंग. पछेती किस्मों में पूसा स्नोबाल-1, पूसा स्नोबाल-2, पूसा स्नोबाल-16. मध्यम किस्मों में पंत सुभ्रा, पूसा सुभ्रा, पूसा सिन्थेटिक, पूसा अगहनी, पूसा स्नोबाल बंपर उत्पादन देती हैं.
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![पत्तागोभी- पत्ता गोभी की अगेती किस्मों में प्राइड ऑफ इण्डिया, गोल्डन एकर क्रांति, एवं मित्रा हाइब्रिड. मध्यम और पछेती किस्मों में पूसा ड्रम हैड, लेट ड्रम हैड, कोपेनहेगेन मार्किट, सितम्बर अर्ली, मिडसीजन मार्किट, श्री गणेश गोल, क्विस्टो, हरी रानी गोल, सलेक्शन- 8, हाईब्रिड- 10 (हाइब्रिड) आदि किस्मों से बुवाई करने की सलाह दी जाती है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/09/27/e150f1fdfb03ce4350ecd68d27379bbc40a3c.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
पत्तागोभी- पत्ता गोभी की अगेती किस्मों में प्राइड ऑफ इण्डिया, गोल्डन एकर क्रांति, एवं मित्रा हाइब्रिड. मध्यम और पछेती किस्मों में पूसा ड्रम हैड, लेट ड्रम हैड, कोपेनहेगेन मार्किट, सितम्बर अर्ली, मिडसीजन मार्किट, श्री गणेश गोल, क्विस्टो, हरी रानी गोल, सलेक्शन- 8, हाईब्रिड- 10 (हाइब्रिड) आदि किस्मों से बुवाई करने की सलाह दी जाती है.
Published at : 28 Sep 2022 07:53 AM (IST)
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