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Aja Ekadashi 2023: अजा एकादशी व्रत का पारण इस शुभ मुहूर्त में ही करें, जानें सही विधि, नियम
Aja Ekadashi 2023: भाद्रपद माह की अजा एकादशी व्रत 10 सितंबर 2023 को यानी आज है. एकादशी व्रत का पारण शुभ मुहूर्त में ही करना चाहिए. जान लें एकादशी व्रत खोलने की विधि, नियम और महत्व.
![Aja Ekadashi 2023: भाद्रपद माह की अजा एकादशी व्रत 10 सितंबर 2023 को यानी आज है. एकादशी व्रत का पारण शुभ मुहूर्त में ही करना चाहिए. जान लें एकादशी व्रत खोलने की विधि, नियम और महत्व.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/09/10/4b7103d3a08ff89e2e49cc7c0a5ade211694293293028466_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
अजा एकादशी 2023
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![अजा एकादशी व्रत का पारण 11 सितंबर 2023 को सुबह 06.04 मिनट से सुबह 08.33 से तक किया जाएगा.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/09/10/99cab2b1330d9ded2499d75a831fab6ef18bc.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
अजा एकादशी व्रत का पारण 11 सितंबर 2023 को सुबह 06.04 मिनट से सुबह 08.33 से तक किया जाएगा.
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![अजा एकादशी व्रत का पारण द्वादशी तिथि के समापन से पहले ही कर लें. 11 सितंबर 2023 को रात 11.52 मिनट पर समाप्त होगी. इसके बाद एकादशी व्रत खोलने से उसका फल प्राप्त नहीं होगा.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/09/10/c3a195dd3b2426b85b4e84310819ef6343a40.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
अजा एकादशी व्रत का पारण द्वादशी तिथि के समापन से पहले ही कर लें. 11 सितंबर 2023 को रात 11.52 मिनट पर समाप्त होगी. इसके बाद एकादशी व्रत खोलने से उसका फल प्राप्त नहीं होगा.
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![एकादशी व्रत खोलने से पहले श्रीहरि का विधि वत पूजन करें. उन्हें फूल, पीतांबर अर्पित करें. इसके बाद ब्राह्मण को भोजन कराएं, दक्षिणा दें और इसके बाद ही व्रत खोलें.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/09/10/0d2956daf3a631b16cdee0e9a247ba62e3bc9.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
एकादशी व्रत खोलने से पहले श्रीहरि का विधि वत पूजन करें. उन्हें फूल, पीतांबर अर्पित करें. इसके बाद ब्राह्मण को भोजन कराएं, दक्षिणा दें और इसके बाद ही व्रत खोलें.
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![एकादशी व्रत खोलते समय गाय के घी से बना सात्विक भोजन ही करें होना चाहिए. कहते हैं एकादशी व्रत में धर्म के नियमों का पालन नहीं करने वालों को जन्म-मरण के बंधन से मुक्ति नहीं मिलती, व्यक्ति अनेकों योनियों में जन्म लेकर कष्ट भोगता है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/09/10/caf206ce310c6b34b370fa869540d8253ebab.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
एकादशी व्रत खोलते समय गाय के घी से बना सात्विक भोजन ही करें होना चाहिए. कहते हैं एकादशी व्रत में धर्म के नियमों का पालन नहीं करने वालों को जन्म-मरण के बंधन से मुक्ति नहीं मिलती, व्यक्ति अनेकों योनियों में जन्म लेकर कष्ट भोगता है.
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![इस दिन गोवत्स द्वादशी भी है. ऐसे में जो श्रीहरि की पूजा के साथ गाय की पूजा भी करें. उसके बाद ही फल या एकादशी का भोग ग्रहण कर व्रत खोलें.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/09/10/746c660646033fd96f58ccc73cf395f1809e9.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
इस दिन गोवत्स द्वादशी भी है. ऐसे में जो श्रीहरि की पूजा के साथ गाय की पूजा भी करें. उसके बाद ही फल या एकादशी का भोग ग्रहण कर व्रत खोलें.
Published at : 10 Sep 2023 07:38 PM (IST)
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अनिल चमड़ियावरिष्ठ पत्रकार
Opinion: 'आस्था, भावुकता और चेतना शून्य...', आखिर भारत में ही क्यों होती सबसे ज्यादा भगदड़ की घटनाएं
Opinion