Angarak Yog 2024: जीवन बर्बाद कर देता है अंगाकर योग, जानें कुंडली में कब और कैसे बनता है?
ज्योतिष शास्त्र में कई शुभ-अशुभ योग बताए गए हैं जिसके परिणाम से व्यक्ति का जीवन दुखों से भर जाता है. इन अशुभ योग में से एक है अंगारक योग. यह योग मंगल और राहु की युति से बनता है.
Download ABP Live App and Watch All Latest Videos
View In Appअंगारक योग में किसी भी तरह के शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं. इस योग की वजह से व्यक्ति की तरक्की में बार-बार रुकावट होती है. राहु और मंगल एक साथ मिलकर भारी नुकसान कराते हैं.
जिस व्यक्ति की कुंडली में अंगारक योग बनता है वो जलन, क्रोध, विवाद, झगड़े, अवसाद, मानसिक और शारीरिक पीड़ा का शिकार हो जाता है. इस योग में मंगल के नकारात्मक प्रभाव बढ़ जाते हैं.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अंगारक योग अगर मेष, सिंह, वृश्चिक, धनु और मकर या मीन राशि में बनता है तो इसकी अशुभता थोड़ी कम हो जाती है. इसकी वजह यह है कि इन स्थानों पर राहु का मंगल पर उतना ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ता है.
वहीं वृषभ, मिथुन, कर्क, तुला या कुंभ राशि में अंगारक योग के बनने पर इन राशि वालों की मुश्किलें बढ़ जाती हैं. अगर आपकी कुंडली में राहु और मंगल एक साथ बैठे हैं, तो इसका मतलब है कि आपकी कुंडली में अंगारक दोष है.
इस दोष के की वजह से वैवाहिक संबंध में भी खटास बढ़ जाती है. इसके अशुभ प्रभाव से व्यक्ति को अपने जीवनसाथी के साथ तालमेल बिठाने और रिश्ते निभाने में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है.
राहु और मंगल की यह युति बहुत खतरनाक होती है. कुछ ज्योतिष उपायों की मदद से इस योग के अशुभ प्रभावों को कम किया जा सकता है.
जिन लोगों की कुंडली में अंगाकर योग हो उन लोगों हनुमान चालीसा, सुंदर कांड और हनुमाष्ट का पाठ करना चाहिए. इससे जीवन में स्थिरता आती है क्रोध कम होता है. अंगारकी चतुर्थी पर सरसों, सात तरह के अनाज, जौ, सिक्का, कपड़े का दान करने से राहु और मंगल दोनों प्रसन्न होते हैं.
- - - - - - - - - Advertisement - - - - - - - - -