Sita Rasoi: राम मंदिर में सीता रसोई का रोचक इतिहास, जानें क्यों खास है ये स्थान
राम मंदिर परिसर में उत्तरी - पश्चिमी हिस्से में एक मंदिर है जिस पर सीता की रसोई लिखा हुआ है. यहां बेलन-चकला, चिमटा और भोजन बनाने के अन्य कई बर्तन रखे हुए हैं.
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View In Appहिंदू रीति-रिवाज के अनुसार जब घर में नई बूह आती है तो वधु रसोई में पहली बार खाना बनाकर परिवार को खिलाती है लेकिन धार्मिक मान्यता है कि यहां भले ही सीता की रसोई लिखा हो लेकिन सीता जी ने इस रसोई में कभी भोजन बनाया ही नहीं.
कहते हैं कि यहां सीता की रसोई कोई शाही रसोई नहीं बल्कि एक मंदिर है. अयोध्या के इस मंदिर में राजसी बर्तन के अलावा भगवान राम और सीता माता के अलावा लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न और उनकी पत्नियों की तस्वीरें भी लगी हैं.
एक और कथा के अनुसार 14 वर्ष के वनवास के दौरान श्रीराम, मां सीता और लक्ष्मण जी ने चित्रकूट में कई साल गुजारे. यहीं माता सीता की रसोई भी है. जहां माता सीता खाना बनाया करती थी और महर्षि ऋषियों को खाना खिलवाया करती थीं.
चित्रकूट में मौजूद ये रसोई सालों पुरानी है जहां आज भी कई श्रृद्धालू दर्शन के लिए पहुंचते हैं.
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