एक्सप्लोरर
Ramcharitmanas: रामायण में सबसे बड़ा काण्ड कौन सा है? जानें इस काण्ड के बारे में विस्तार से
Ramcharitmanas: रामचरित मानस महाकाव्य की रचना गोस्वामी तुलसी दास जी ने की, इस महाकाव्य का सबसे बड़ा खण्ड कौन सा है, आइये जानते हैं.

बालकाण्ड
1/5

रामायण में कुल सात कांड हैं. इन सात कांड के नाम बालकाण्ड, अयोध्यकाण्ड, अरण्यकाण्ड, सुन्दरकाण्ड, किष्किन्धाकाण्ड, लङ्काकाण्ड, उत्तरकाण्ड. जिसमें बालकाण्ड को सबसे बड़ा कांड और किष्किन्धाकाण्ड कांड को सबसे छोटा कांड बताया गया है.
2/5

रामचरितमानस के बालकाण्ड में राम जी के जन्म से लेकर उनके विवाह तक का घटनाक्रम बताया गया है. बाल काण्ड में 7 श्लोक, 341 दोहा, 25 सोरठा , 39 छंद और 358 चौपाई हैं.
3/5

बालकाण्डे तु सर्गाणां कथिता सप्तसप्तति:। श्लोकानां द्वे सहस्त्रे च साशीति शतकद्वयम्॥
4/5

रामायण की संपूर्ण कहानी की रूपरेखा की शुरुआत यहीं से होती है. धार्मिक दृष्टि से रामायण के बालकाण्ड बहुत महत्वपूर्ण है.बालकाण्ड को पढ़ने से महापीड़ा और ग्रहपीड़ा से मुक्ति मिलती है. यानी सभी दुख, दोष और पीड़ा मुक्त हो जाते हैं.
5/5

रामचरितमानस में बालकाण्ड के पाठ मात्र से आप अपने जीवन में बदलाव ला सकते हैं. इस काण्ड में आप दशरथ का यज्ञ, पुत्र (राम, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न) के जन्म, राम-लक्ष्मण की शिक्षा, असुरों का वध, राम-सीता विवाह का विस्तारपूर्वक वर्णन किया गया है.
Published at : 10 Jan 2024 12:00 PM (IST)
और देखें
Advertisement
ट्रेंडिंग न्यूज
Advertisement
Advertisement
टॉप हेडलाइंस
दिल्ली NCR
इंडिया
विश्व
क्रिकेट
Advertisement


संदीप कुमार सिंह, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालयSIS में असिस्टेंट प्रोफेसर
Opinion