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Durga Visarjan: दुर्गा विसर्जन में ध्यान रखें 5 बातें, नहीं तो व्यर्थ चली जाएगी 9 दिन की पूजा-व्रत
Durga Visarjan 2023: शारदीय नवरात्रि की समाप्ति मां दुर्गा की प्रतिमा के विसर्जन पर होती है. 24 अक्टूबर 2023 को दुर्गा विसर्जन किया जाएगा. इन नियमों का पालन करें नहीं तो व्रत का फल नहीं मिलेगा.
![Durga Visarjan 2023: शारदीय नवरात्रि की समाप्ति मां दुर्गा की प्रतिमा के विसर्जन पर होती है. 24 अक्टूबर 2023 को दुर्गा विसर्जन किया जाएगा. इन नियमों का पालन करें नहीं तो व्रत का फल नहीं मिलेगा.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/10/17/ed92de81fd7a6f57a2f81169f18a3e1e1697531598855499_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
दुर्गा विसर्जन 2023
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![दुर्गा विसर्जन के लिए 24 अक्टूबर 2023 को सुबह 06.27 से सुबह 08.42 मिनट तक मां दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन करने का शुभ मुहूर्त है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/10/24/b6bf89321c50e0d2f81e9168aa7293bee182b.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
दुर्गा विसर्जन के लिए 24 अक्टूबर 2023 को सुबह 06.27 से सुबह 08.42 मिनट तक मां दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन करने का शुभ मुहूर्त है.
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![शास्त्रों के अनुसार दुर्गा विसर्जन अश्विन शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि के दिन करना चाहिए. विसर्जन से पहले मां दुर्गा के समक्ष, हवन करें. जरुरतमंदों को भोजन खिलाएं. देवी को पान के पत्ते से सिंदूर चढ़ाएं. फिर विवाहित महिलाओं को भी सिंदूर लगाएं. इससे सौभाग्य बढ़ता है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/10/24/d51855daf8c2a4d81e6ca6b9be5cc734b1554.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
शास्त्रों के अनुसार दुर्गा विसर्जन अश्विन शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि के दिन करना चाहिए. विसर्जन से पहले मां दुर्गा के समक्ष, हवन करें. जरुरतमंदों को भोजन खिलाएं. देवी को पान के पत्ते से सिंदूर चढ़ाएं. फिर विवाहित महिलाओं को भी सिंदूर लगाएं. इससे सौभाग्य बढ़ता है.
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![नवरात्रि के पहले दिन जो कलश स्थापना की थी. विसर्जन करने से पहले कलश के पानी को आम के पत्तों से पूरे घर में छिड़कें. इससे नकारात्मकता दूर होती है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/10/24/b3fd3605a6033e29c188dbed7009077ad0826.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
नवरात्रि के पहले दिन जो कलश स्थापना की थी. विसर्जन करने से पहले कलश के पानी को आम के पत्तों से पूरे घर में छिड़कें. इससे नकारात्मकता दूर होती है.
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![अब 9 दिन की पूजा के दौरान जो देवी को सामग्री चढ़ाई है. प्रतिमा के साथ उस सामग्री, कलश का जल, नदी या तालाब में प्रवाहित कर दें. घटस्थापना के नारियल को भी विसर्जित कर दें.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/10/24/580bd2a9c2480d0982ed8a35471eae476173a.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
अब 9 दिन की पूजा के दौरान जो देवी को सामग्री चढ़ाई है. प्रतिमा के साथ उस सामग्री, कलश का जल, नदी या तालाब में प्रवाहित कर दें. घटस्थापना के नारियल को भी विसर्जित कर दें.
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![नवरात्रि के पहले दिन बोए जवारे मां दुर्गा की प्रतिमा के साथ विसर्जित किए जाते हैं. कुछ जवारों को धन स्थान पर रख दें इससे बरकत बनी रहती है. ध्यान रहें मां दुर्गा की प्रतिमा को सम्मानपूर्वक नदी में प्रवाहित करें, नहीं तो नौ दिन की पूजा-व्रत निष्फल हो जाएंगें.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/10/24/570a7225480e2b0256e1edacf292cb49d7a51.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
नवरात्रि के पहले दिन बोए जवारे मां दुर्गा की प्रतिमा के साथ विसर्जित किए जाते हैं. कुछ जवारों को धन स्थान पर रख दें इससे बरकत बनी रहती है. ध्यान रहें मां दुर्गा की प्रतिमा को सम्मानपूर्वक नदी में प्रवाहित करें, नहीं तो नौ दिन की पूजा-व्रत निष्फल हो जाएंगें.
Published at : 25 Oct 2023 05:30 AM (IST)
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