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Gajkesari Yog: कुंडली में गजकेसरी योग हो तो क्या व्यक्ति बहुत धनवान होता है ?
Gajkesari Yog: गजकेसरी योग जिस व्यक्ति की कुंडली में बनता है वो अपार धन (Money), सुख (Happiness) और सफलता (Success) पाता है. गजकेसरी योग कब बनता है, इसके क्या लाभ हैं.
![Gajkesari Yog: गजकेसरी योग जिस व्यक्ति की कुंडली में बनता है वो अपार धन (Money), सुख (Happiness) और सफलता (Success) पाता है. गजकेसरी योग कब बनता है, इसके क्या लाभ हैं.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/07/24/5ce10e7a3c578c6558dc2feceb43c3841721823035625499_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
गजकेसरी योग
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![गजकेसरी योग (Gajkesari Yog 2024) तब बनता है जब धन और मान-सम्मान के कारक गुरु और मन के कारक चंद्रमा की युति (Jupiter Moon Conjunction) होती है. गजकेसरी योग हाथी और सिंह के संयोग से बनता है](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/07/24/1e25a0de863ede1e2019047e992ef864a88df.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
गजकेसरी योग (Gajkesari Yog 2024) तब बनता है जब धन और मान-सम्मान के कारक गुरु और मन के कारक चंद्रमा की युति (Jupiter Moon Conjunction) होती है. गजकेसरी योग हाथी और सिंह के संयोग से बनता है
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![गज में अभिमान रहित अपार शक्ति और सिंह में दूरदर्शी बुद्धि के साथ-साथ, चुस्ती-फुर्ती, लक्ष्य के प्रति सजगता, साहस होता है. उसी तरह जिस व्यक्ति की कुंडली में गजकेसरी योग होता है उसमें इन गुणों की वृद्धि होती है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/07/24/ff02dde0610b06c7e1dda85920840c07e0181.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
गज में अभिमान रहित अपार शक्ति और सिंह में दूरदर्शी बुद्धि के साथ-साथ, चुस्ती-फुर्ती, लक्ष्य के प्रति सजगता, साहस होता है. उसी तरह जिस व्यक्ति की कुंडली में गजकेसरी योग होता है उसमें इन गुणों की वृद्धि होती है.
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![वहीं गुरु को ज्ञान, धन, संपत्ति, भाग्य, संतान और पति का कारक ग्रह माना जाता है. जबकि चंद्रमा को मन, बुद्धि, भावनाएं, मातृत्व, जनता और सुख का कारक ग्रह माना जाता है. इन दोनों के साथ आने पर यह सारी सुख-सुविधाएं मिलती हैं.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/07/24/280834abc7c6d699ee1242f99a79976ee395b.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
वहीं गुरु को ज्ञान, धन, संपत्ति, भाग्य, संतान और पति का कारक ग्रह माना जाता है. जबकि चंद्रमा को मन, बुद्धि, भावनाएं, मातृत्व, जनता और सुख का कारक ग्रह माना जाता है. इन दोनों के साथ आने पर यह सारी सुख-सुविधाएं मिलती हैं.
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![गजकेसरी योग में जन्मा जातक कुशल वक्ता, राजसी सुख भोगने वाला और उच्च पद पर आसीन रहने वाला होता है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/07/24/a3703de803a6fb965d9670d8b39fe686a9cf7.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
गजकेसरी योग में जन्मा जातक कुशल वक्ता, राजसी सुख भोगने वाला और उच्च पद पर आसीन रहने वाला होता है.
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![गजकेसरी योग के शुभ प्रभाव से व्यक्ति के जीवन में कभी भी धन-संपदा की कमी नहीं रहती है. भाग्य बहुत बलवान हो जाता है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/07/24/591f2e5071926217edc635a49f581d8676d30.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
गजकेसरी योग के शुभ प्रभाव से व्यक्ति के जीवन में कभी भी धन-संपदा की कमी नहीं रहती है. भाग्य बहुत बलवान हो जाता है.
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![गजकेसरी योग जब चतुर्थ और दशम भाव में बनता है तो व्यक्ति अपने व्यवसाय और करियर में ऊंचे मुकाम हासिल करता है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/07/24/ff02dde0610b06c7e1dda85920840c0778f75.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
गजकेसरी योग जब चतुर्थ और दशम भाव में बनता है तो व्यक्ति अपने व्यवसाय और करियर में ऊंचे मुकाम हासिल करता है.
Published at : 24 Jul 2024 06:03 PM (IST)
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