Lalbaugcha Raja: 90 वर्षों में कितने बदल गए लालबागचा राजा, देखें 1937-1960 की दुर्लभ तस्वीरें
1934 से लेकर अब तक हर साल मुंबई के लालबाग में गणपति उत्सव होता है. इसलिए यहां के गणपति को लालबाग का राजा कहा जाता है. हर साल अलग-अलग थीम या डिजाइन पर यहां गणेशजी की मूर्ति स्थापित की जाती है. इस साल 2024 में लालबागचा राजा बेहद मनोरम दिखे. भगवान गणेश की मूर्ति को चतुर्भुज दिखाया गया और बप्पा मरून कलर के पोशाक और खूबसूरत मुकुट में दिखें.
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View In Appआपको दिखाते हैं 1937 से लेकर 1960 में स्थापित लालबागचा राजा की दुर्लभ और पुरानी तस्वीरें, जो सोशल मीडिया पर X@desi_thug1 ने शेयर की है. यह तस्वीर 1937 और 1938 में स्थापित लालबागचा राजा की है. बता दें कि लगभग 8 दशकों से भी अधिक समय से लालबाग राजा गणपति की मूर्ति का निर्माण कांबली परिवार करता है.
1939 मे लालबाग राजा मूर्ति का डिजाइन भगवान राम पर आधारित था. इसमें गणेशजी राम के रूप में नजर आ रहे हैं. उनके बगल में मां सीता और और दाहिनी ओर लक्ष्मण हैं. वहीं नीचे हनुमान जी बैठे हुए हैं.
यहां आप 1940, 1941 और 1942 में स्थापित लालबाग राजा की मूर्ति भी देख सकते हैं. 1942 में स्थापित लालबाग राजा भगवान विष्णु के रूप में नजर आ रहे हैं.
देखिए लालबागचा राजा की 1943 से लेकर 1945 तक की मूर्ति. बता दें कि लालबागचा राजा की मूर्ति कांबली आर्ट्स में बनती है, जिसके पास भगवान के चेहरे का कॉपीराइट भी है.
1946 से 1949 तक स्थापित लालबाग राजा की मूर्ति में अलग-अलग तस्वीरें नजर आ रही हैं. एक तस्वीर में भगवान गणेश बैलगाड़ी चलाते दिख रहे हैं तो वहीं एक में उनका चेहरा महात्मा गांधी की तरह बनाया गया है.
इसी तरह 1951 से लेकर 1956 तक भी हर साल अलग-अलग डिजाइन और रूप में लालबाग राजा की मूर्ति बनाई गई. बता दें कि 1935 में रत्नाकर कांबली को मूर्ति बनाने का काम सौंपा गया. 1952 में रत्नाकर कांबली की मृत्यु के बाद उनके बड़े बेटे वेंकटेश ने यह जिम्मेदारी सौंपी.
1957 से लेकर 1960 में स्थापित लालबागचा राजा कभी कृष्ण तो कभी नारायण रूप में दिखे. लालबागचा राजा की मूर्ति की डिजाइन हर साल बदलती है, इसलिए हर साल सावधानी से डिजाइन का चयन करना होता है.
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