इस रहस्यमयी मंदिर में होती है हर कामना पूरी, भक्त स्टाम्प पेपर पर लगाते हैं न्याय की गुहार
गोलू देवता का यह रहस्यमी मंदिर उत्तराखंड के अल्मोड़ा क्षेत्र में स्थित है, जोकि न्याय दिलाने के लिए काफी प्रसिद्ध है. इस मंदिर में ऐसे भक्त आते हैं, जिन्हें न्याय नहीं मिल पाता या न्याय मिलने में देरी होती है.
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View In Appजो लोग कोर्ट-कचहरी के चक्कर लगाकर परेशान हो जाते हैं. लेकिन उन्हें न्याय नहीं मिलता वो भक्त यहां स्टाम्प पेपर में अपनी मनोकामना लिखकर न्याय मांगने के लिए आते हैं.
चितई ग्वाल देवता के इस मंदिर में भक्त मनोकामना पूर्ति के लिए चढ़ावे के रूप में यहां घंटियां चढ़ाते हैं और पत्र लिखते हैं. इन्हें शीघ्र न्याय दिलाने वाला देवता कहा जाता है. स्थानीय लोग इन्हें लोक देवता के रूप में भी पूजते हैं.
यहां ग्वेल देवता सफेद रंग के घोड़े पर विराजमान हैं और उनके सिर पर सफेद पगड़ी भी.ग्वेल देवता के हाथों में धनुष-बाण हैं.
इन्हें गोलू देवता, ग्येल देवता, राजवंशी देवता, गौर भैरव, और गोल्ज्यू महाराज आदि जैसे कई नामों से जाना जाता. मान्यताओं में इन्हें महादेव शिव का अवतार भी माना जाता है.
आपको यह भी बता दें कि, उत्तराखंड में ग्वेल देवता के एक नहीं बल्कि कई मंदिर हैं. लेकिन चितई ग्लाव मंदिर इन सभी में सबसे ज्यादा प्रसिद्ध है. मंदिर पहुंचने पर आपको अनगिनत घंटियां और चिट्ठियां दिखेंगी.
चितई गोलू मंदिर अल्मोड़ा क्षेत्र से लगभग 8 किलोमीटर की दूरी पर पिथोरागढ़ राजमार्ग पर स्थित है. वहीं राजधानी दिल्ली से यह महज 400 किलोमीटर दूर है. आप यहां किसी भी समय दर्शन के लिए पहुंच सकते हैं.
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