एक्सप्लोरर
Guru Gobind Singh Jayanti 2025: गुरु गोविंद सिंह कैसे बनें सिख के 10वें गुरु, प्रकाश पर्व पर क्या करते हैं सिख
Guru Gobind Singh Jayanti 2025: वीर संत गुरु गोविंद सिंह के बहादुरी की मिसाल इतिहास के पन्नों पर दर्ज है. हर साल पौष शुक्ल सप्तमी को इनकी जयंती होती है. इन्हें सिख का 10वां और आखिरी गुरु कहा जाता है.

गुरु गोविंद सिंह जयंती 2025
1/6

सिखों से दसवें और आखिरी गुरु गोविंद सिंह ऐसे वीर संत थे, जिन्होंने मुगलों के सामने कभी घुटने नहीं टेके और खालसा पंथ की स्थापना की. जब भी हम वाहे गुरु जी का खालसा या वाहे गुरु जी की फतेह कहते हैं है तो ये उनकी वीरता को बयां करता है.
2/6

गुरु गोविंद सिंह का जन्म 22 दिसंबर 1666 में हुआ था. हालांकि नानकशाही कैलेंडर के अनुसार हर साल पौष महीने के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को इनकी जयंती के रूप में मनाया जाता है, जोकि ग्रेगोरियन कैलेंडर के मुताबिक इस साल 06 जनवरी 2025 को है.
3/6

2025 में गुरु गोविंद सिंह जी की 358वीं जयंती मनाई जाएगी. गुरु गोविंद सिंह की जयंती को प्रकाश पर्व के रूप में भी मनाया जाता है. इस दिन पर सिख समुदाय के लोग गुरुद्वारे जाकर मत्था टेकते हैं, प्रार्थना-कीर्तन करते हैं और उनकी दी हुई सीख को याद करते हैं.
4/6

गुरु गोविंद सिंह की जयंती का दिन उनकी शिक्षाओं पर चिंतन करने के साथ ही उनके मूल्यों, निर्भयता, करूणा, अटूट विश्वास और आत्मनिरीक्षण करने का दिन है. गुरु गोविंद सिंह साहस, ज्ञान और आध्यात्मिकता के प्रतीक माने जाते हैं.
5/6

15वीं सदी में गुरु गोविंद सिंह ने सिख पंथ की स्थापना की थी. अल्पायु में ही ये सिख के दसवें गुरु बन गए. आइये जानते हैं गुरु गोविंद सिंह के 10वें गुरु बनने की कहानी.
6/6

कहा जाता है कि गुरु गोविंद सिंह में गुरुनानक देव जी ज्योति प्रकाशित हुई थी. इसलिए गुरु गोविंद सिंह को दसवीं ज्योति कहा जाता है. हालांकि गुरु गोविंद सिंह जी ने अपने अंतिम समय में गुरु ग्रंथ साहिब को ही अपना गुरु मानने को कहा था.
Published at : 06 Jan 2025 11:44 AM (IST)
और देखें
Advertisement
ट्रेंडिंग न्यूज
Advertisement
Advertisement
टॉप हेडलाइंस
विश्व
उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड
आईपीएल
बॉलीवुड
Advertisement


प्रशांत कुमार मिश्र, राजनीतिक विश्लेषक
Opinion