Guru Gochar 2023: गुरु राशि परिवर्तन होने से मेष, वृष, मिथुन, कर्क, सिंह राशि वाले अब हो जाएं सावधान
मेष राशि उपाय- गुरुवार के दिन तुलसी के पौधे में जल अर्पित करके 11 दीपक प्रज्जवलित करें तथा इसके समक्ष लक्ष्मी चालीसा का पाठ करें. साथ आप एक काम और करें सात गुरूवार एक पात्र में गंगाजल थोड़ी सी हल्दी और एक सिक्का डालकर अपने सिर के ऊपर से 11 बार घुमाकर किसी चैराह पर डाल आए जिससे गुरू से सम्बधित समस्याए दूर होगी.
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View In Appवृषभ राशि उपाय- गुरुवार के दिन तुलसी के पौधे में जल अर्पित करके 11 दीपक प्रज्जवलित करें तथा इसके समक्ष लक्ष्मी चालीसा का पाठ करें व साथ आप एक काम और करें सात गुरूवार एक पात्र में गंगाजल थोड़ी सी हल्दी और एक सिक्का डालकर अपने सिर के ऊपर से 11 बार घुमाकर किसी चैराह पर डाल आए जिससे गुरू से सम्बधित समस्याए दूर होगी.
मिथुन राशि उपाय- गुरुवार के दिन पीले वस्त्र धारण करें, एक पीले कपडें में बेसन के सवा किलो लड्डू, 11 रुपए, अभिमंत्रित गोमती चक्र और मोती शंख डालकर उसे पांच गांठ लगाए तथा विष्णु-लक्ष्मी मंदिर में जाकर सारी सामग्री किसी ब्राह्मण को दान दें. इसके पश्चात आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों में पाठ्य सामग्री जैसे पुस्तक, पेन, बैग, पेंसिल, रबर का दान करें, संभव हो सके तो उनकी पूरे साल भर के शिक्षा का खर्च वहन करें.
कर्क राशि उपाय- वर्ष पर्यन्त बृहस्पतिवार का व्रत करें, पीले वस्त्र पहनें, बिना नमक का भोजन करें, हर संभव प्रयास करें कि आज के दिन मीठा और पीली चीज का ही सेवन करें. पूरे विधि विधान से विष्णुसहस्त्रनाम का पाठ करें, इसके पश्चात आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों में पाठ्य सामग्री जैसे पुस्तक, पेन, बैग, पेंसिल, रबर का दान करें, संभव हो सके तो उनकी पूरे साल भर के शिक्षा का खर्च वहन करें.
सिंह राशि उपाय-वर्ष पर्यन्त प्रत्येक गुरुवार के दिन बाजरी के आटे के चार पेडे बनाकर उस पर थोड़ा गुड़ व भीगी चने की दाल डालकर गाय को खिलाएं साथ ही यदि समंभव हो सके तो हल्दी की गांठ या केले की जड़ को पीले वस्त्र में लपेटकर बांह पर पहने और घर के मुख्य द्वार के दोनों और अष्टगंध द्वारा स्वास्तिक का चिन्ह बनाए .ऐसा करने से आपके भाग्य में आ रही सभी बाधाएं एवं रूकावटें दूर होंगी, वहीं देव गुरू बृहस्पति के आशीर्वाद प्राप्ति के लिए मंत्र सिद्ध गुरू शक्ति कवच धारण करें.
कन्या राशि उपाय- वर्ष पर्यन्त 11 गुरूवार शिव मंदिर जाकर शिवलिंग पर केसर मिश्रित दूध से अभिषेक करें, पीले पुष्पों की माला एवं फल अर्पण करें, साथ ही बेसन के लड्डू का भोग लगाएं और वहीं बैठकर बृहस्पति देव के मंत्र ‘‘ऊँ बृं बृहस्पतये नमः’’ की एक माला का जाप करें. वहीं देव गुरू बृहस्पति के आशीर्वाद प्राप्ति के लिए मंत्र सिद्ध गुरू शक्ति कवच धारण करें. साथ ही अपने घर में सुख-समृद्धि के साथ भाग्य वृद्धि के लिए आप गुरूवार के दिन मोर पंख को अपने घर के मंदिर में लाकर रख दें.
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