Pitru Paksha 2023 Rules: पितृपक्ष में दाढ़ी, बाल कटा सकते हैं ? जानें शास्त्र में क्या लिखा है

पितृ पक्ष में मांगलिक कार्य करना वर्जित है लेकिन इसके साथ ही कुछ लोग पूरे 16 दिन तक दाढ़ी, मूछ और बाल नहीं कटवाते हैं. शास्त्रों के अनुसार जो व्यक्ति पितृ कर्म करता है, पूर्वजों का तर्पण, पिंडदान करता है उन्हें इन तीनों काम नहीं करना चाहिए. इससे दोष लगता है.
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पितृ पक्ष का समय पितरों को याद करने और सात्विक भाव से जीने के लिए होता है. मान्यता अनुसार बाल काटना सौंदर्यता से जुड़ा होता है. ऐसे में श्राद्ध पक्ष के दौरान जितना हो सकते खुद के श्रृंगार को तवोज्जो न देकर पूर्वजों के प्रति आदर, सम्मान प्रकट करें.

16 दिनों के लिए घर में चप्पल न पहनें. मान्यता है पितृ पक्ष में पूर्वज परिजनों से मिलने घर आते हैं.
किसी भी पशु या इंसान का अनादर न करें, क्योंकि पूर्वज किसी भी रूप में आपके द्वार आ सकते हैं.
पितृ पक्ष में श्राद्ध करने वाले व्यक्ति को ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए. श्राद्ध सिर्फ शाम, रात, सुबह के समय भूल से भी न करें. नहीं तो तर्पण और पिंडदान का फल प्राप्त नहीं होगा. दोपहर में श्राद्ध करना उत्तम होता है.
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