एक्सप्लोरर

Pitru Paksha 2024: पितृ पक्ष में सिर्फ इस समय ही करें श्राद्ध कर्म, नहीं तो असंतुष्ट रह जाएंगे पितर

Pitru Paksha 2024: 17 सितंबर से पितृों का पर्व 16 श्राद्ध की शुरुआत हो जाएगी. सोलह श्राद्ध 17 सितंबर से शुरू होकर 2 अक्टूबर तक चलेंगे. ज्योतिषाचार्य से जानें पितृ पक्ष में श्राद्ध कब और कैसे करें.

Pitru Paksha 2024: 17 सितंबर से पितृों का पर्व 16 श्राद्ध की शुरुआत हो जाएगी. सोलह श्राद्ध 17 सितंबर से शुरू होकर 2 अक्टूबर तक चलेंगे. ज्योतिषाचार्य से जानें पितृ पक्ष में श्राद्ध कब और कैसे करें.

पितृ पक्ष 2024

1/7
पंडित सौरभ गणेश शर्मा ने बताया कि धार्मिक शास्त्रों के अनुसार श्राद्ध पक्ष भाद्रपद शुक्ल पूर्णिमा से आश्विन कृष्ण अमावस्या तक चलता है. इसमें श्राद्ध का पहला दिन और आखिरी दिन बहुत महत्वपूर्ण माना गया है.
पंडित सौरभ गणेश शर्मा ने बताया कि धार्मिक शास्त्रों के अनुसार श्राद्ध पक्ष भाद्रपद शुक्ल पूर्णिमा से आश्विन कृष्ण अमावस्या तक चलता है. इसमें श्राद्ध का पहला दिन और आखिरी दिन बहुत महत्वपूर्ण माना गया है.
2/7
पंडित सौरभ गणेश शर्मा ने बताया कि धार्मिक शास्त्रों के अनुसार श्राद्ध पक्ष भाद्रपद शुक्ल पूर्णिमा से आश्विन कृष्ण अमावस्या तक चलता है. इसमें श्राद्ध का पहला दिन और आखिरी दिन बहुत महत्वपूर्ण माना गया है.
पंडित सौरभ गणेश शर्मा ने बताया कि धार्मिक शास्त्रों के अनुसार श्राद्ध पक्ष भाद्रपद शुक्ल पूर्णिमा से आश्विन कृष्ण अमावस्या तक चलता है. इसमें श्राद्ध का पहला दिन और आखिरी दिन बहुत महत्वपूर्ण माना गया है.
3/7
श्राद्ध की 16 तिथियां होती हैं, किसी भी एक तिथि में व्यक्ति की मृत्यु होती है चाहे वह कृष्ण पक्ष की तिथि हो या शुक्ल पक्ष की. श्राद्ध में जब यह तिथि आती है तो जिस तिथि में व्यक्ति की मृत्यु हुई है उस तिथि में उसका श्राद्ध करने का विधान है.
श्राद्ध की 16 तिथियां होती हैं, किसी भी एक तिथि में व्यक्ति की मृत्यु होती है चाहे वह कृष्ण पक्ष की तिथि हो या शुक्ल पक्ष की. श्राद्ध में जब यह तिथि आती है तो जिस तिथि में व्यक्ति की मृत्यु हुई है उस तिथि में उसका श्राद्ध करने का विधान है.
4/7
जिनकी मृत्यु पूर्णिमा को हुई है उनका श्राद्ध सर्व पितृ अमावस्या पर करते हैं. श्राद्धपक्ष के पहले दिन को प्रोष्ठपदी पूर्णिमा भी कहा जाता हैं, जिस तिथि पर पूर्वजों की मृत्यु हुई थी, उस तिथि पर घरों में विशेष पूजा-अर्चना के साथ नदी  तालाब आदि स्थानों पर वैदिक मंत्रोच्चार के साथ तर्पण किया जाता है.
जिनकी मृत्यु पूर्णिमा को हुई है उनका श्राद्ध सर्व पितृ अमावस्या पर करते हैं. श्राद्धपक्ष के पहले दिन को प्रोष्ठपदी पूर्णिमा भी कहा जाता हैं, जिस तिथि पर पूर्वजों की मृत्यु हुई थी, उस तिथि पर घरों में विशेष पूजा-अर्चना के साथ नदी तालाब आदि स्थानों पर वैदिक मंत्रोच्चार के साथ तर्पण किया जाता है.
5/7
पितरों की शांति के लिए पितृ पक्ष में श्राद्ध वाले दिन गाय, काले कुत्ते और कौए के लिए अलग से ग्रास निकालकर उन्हें खिलाना चाहिए.
पितरों की शांति के लिए पितृ पक्ष में श्राद्ध वाले दिन गाय, काले कुत्ते और कौए के लिए अलग से ग्रास निकालकर उन्हें खिलाना चाहिए.
6/7
शास्त्रों के अनुसार पितृपक्ष में सुबह और शाम के समय देवी-देवताओं की पूजा होती है, जबकि दोपहर का समय पितरों को समर्पित होता है. इसलिए पितरों का श्राद्ध दोपहर के समय करना ही उत्तम होता है.
शास्त्रों के अनुसार पितृपक्ष में सुबह और शाम के समय देवी-देवताओं की पूजा होती है, जबकि दोपहर का समय पितरों को समर्पित होता है. इसलिए पितरों का श्राद्ध दोपहर के समय करना ही उत्तम होता है.
7/7
शास्त्रों के अनुसार पितृपक्ष में सुबह और शाम के समय देवी-देवताओं की पूजा होती है, जबकि दोपहर का समय पितरों को समर्पित होता है. इसलिए पितरों का श्राद्ध दोपहर के समय करना ही उत्तम होता है.
शास्त्रों के अनुसार पितृपक्ष में सुबह और शाम के समय देवी-देवताओं की पूजा होती है, जबकि दोपहर का समय पितरों को समर्पित होता है. इसलिए पितरों का श्राद्ध दोपहर के समय करना ही उत्तम होता है.

ऐस्ट्रो फोटो गैलरी

ऐस्ट्रो वेब स्टोरीज

और देखें
Advertisement
Advertisement
25°C
New Delhi
Rain: 100mm
Humidity: 97%
Wind: WNW 47km/h
Advertisement

टॉप हेडलाइंस

थरूर होंगे विदेश संबंधी संसदीय समिति के अध्यक्ष, दिग्विजय को मिली इस समिति की कमान
थरूर होंगे विदेश संबंधी संसदीय समिति के अध्यक्ष, दिग्विजय को मिली इस समिति की कमान
UP Politics: यूपी में बसपा, सपा और कांग्रेस को मिलेगी नई चुनौती! BJP के सहयोगी ने किया बड़ा ऐलान
यूपी में बसपा, सपा और कांग्रेस को मिलेगी नई चुनौती! BJP के सहयोगी ने किया बड़ा ऐलान
Haryana Election 2024: कांग्रेस मैनिफेस्टो से कितना अलग है बीजेपी का संकल्प-पत्र? कर दिए ये 20 बड़े वादे, जो पलट सकते हैं हरियाणा का पूरा गेम!
हरियाणाः कांग्रेस से कितना अलग है BJP का संकल्प-पत्र? किए ये बड़े वादे, जो पलट सकते हैं पूरा गेम!
रानी मुखर्जा से पहले रवीना टंडन को करण जौहर ने ऑफर की थी 'कुछ कुछ होता है', इस वजह से एक्ट्रेस ने नहीं किया काम
रानी मुखर्जा से पहले रवीना टंडन को करण जौहर ने ऑफर की थी 'कुछ कुछ होता है'
Advertisement
ABP Premium

वीडियोज

Haryana Elections: हरियाणा में कांग्रेस के विकल्प या बीजेपी का संकल्प? किसका चलेगा जोर? | ABP NewsNawada Dalit Basti Fire: नवादा की घटना को लेकर एक्शन में सीएम Nitish Kumar | ABP News |Srinagar News: श्रीनगर में विपक्ष पर जमकर बरसे PM Modi | ABP News |UP Floods: यूपी के लखीमपुर खीरी में शारदा नदी में उफान! देखते ही देखते पानी में समा गया मंदिर

फोटो गैलरी

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
थरूर होंगे विदेश संबंधी संसदीय समिति के अध्यक्ष, दिग्विजय को मिली इस समिति की कमान
थरूर होंगे विदेश संबंधी संसदीय समिति के अध्यक्ष, दिग्विजय को मिली इस समिति की कमान
UP Politics: यूपी में बसपा, सपा और कांग्रेस को मिलेगी नई चुनौती! BJP के सहयोगी ने किया बड़ा ऐलान
यूपी में बसपा, सपा और कांग्रेस को मिलेगी नई चुनौती! BJP के सहयोगी ने किया बड़ा ऐलान
Haryana Election 2024: कांग्रेस मैनिफेस्टो से कितना अलग है बीजेपी का संकल्प-पत्र? कर दिए ये 20 बड़े वादे, जो पलट सकते हैं हरियाणा का पूरा गेम!
हरियाणाः कांग्रेस से कितना अलग है BJP का संकल्प-पत्र? किए ये बड़े वादे, जो पलट सकते हैं पूरा गेम!
रानी मुखर्जा से पहले रवीना टंडन को करण जौहर ने ऑफर की थी 'कुछ कुछ होता है', इस वजह से एक्ट्रेस ने नहीं किया काम
रानी मुखर्जा से पहले रवीना टंडन को करण जौहर ने ऑफर की थी 'कुछ कुछ होता है'
UP Politics: अखिलेश यादव पर बुरी तरह भड़के सीएम योगी, संस्कार का जिक्र कर ये क्या कहा दिया?
अखिलेश यादव पर बुरी तरह भड़के सीएम योगी, संस्कार का जिक्र कर ये क्या कहा दिया?
IND vs BAN: बांग्लादेश ने ढेर किया टीम इंडिया का टॉप ऑर्डर, रोहित-विराट और गिल फ्लॉप 
बांग्लादेश ने ढेर किया टीम इंडिया का टॉप ऑर्डर, रोहित-विराट और गिल फ्लॉप 
DU UG Admission 2024: डीयू यूजी स्पॉट राउंड 1 के लिए रजिस्ट्रेशन कराने की लास्ट डेट आज, 21 सितंबर को आएगी लिस्ट
DU UG स्पॉट राउंड 1 के लिए रजिस्ट्रेशन कराने की लास्ट डेट आज, 21 सितंबर को आएगी लिस्ट
भारत में कहां इस्तेमाल होते हैं सबसे ज्यादा कंडोम, स्टेट का नाम सुनकर हैरान रह जाएंगे आप
भारत में कहां इस्तेमाल होते हैं सबसे ज्यादा कंडोम, स्टेट का नाम सुनकर हैरान रह जाएंगे आप
Embed widget