Putrada Ekadashi 2022: सावन पुत्रदा एकादशी व्रत पारण कब करें? जानें समय, इन उपायों से मिलेगा शिव-विष्णु का विशेष वरदान
सावन पुत्रदा एकादशी व्रत पारण समय - एकादशी व्रत का पारण अगले दिन यानी की द्वादशी को शुभ मुहूर्त में किया जाता है. व्रत खोलना व्रत पारण करना कहलाता है. पुत्रदा एकादशी व्रत का पारण समय 9 अगस्त 2022 प्रात: 5.27 से 8.26 तक है.
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View In Appपुत्रदा एकादशी महत्व - पुत्रदा एकादशी साल में दो बार आती है. एक पौष और दूसरी सावन माह पुत्रदा एकादशी का व्रत रखा जाता है. इस व्रत को करने से संतान सुख प्राप्ति और संतान पक्ष के कष्ट दूर हो जाते हैं. एकादशी का व्रत करने से कई गायों के दान के समान पुण्य मिलता है.
सावन पुत्रदा एकादशी उपाय 1- सावन पुत्रदा एकादशी के दिन भगवान विष्णु को तुलसी की माला बनाकर अर्पित करें. साथ ही इस दिन सावन का आखिरी सोमवार भी है तो शिव शंभू को 21 बेलपत्र पर चंदन से ऊं नम: शिवाय लिखकर चढ़ाएं. संतान प्राप्ति के लिए ये उपाय बहुत लाभकारी है.
सावन पुत्रदा एकादशी उपाय 2 - एकादशी पर विष्णुसहस्त्रनाम का पाठ और सावन सोमवार पर शिव चालीसा का पाठ करने से हर समस्या का समाधान हो जाता है.
सावन पुत्रदा एकादशी उपाय 3 - इस दिन दूध में मिश्री मिलाकर पीपल की जड़ में चढ़ाएं. साथ ही का दूध में केसर मिलाकर दक्षिणावर्ती शंख से विष्णु जी का अभिषेक करें. शिव को पंचामृत से स्नान कराएं. ऐसा करने से संतान संबंधी कष्ट दूर हो जाते हैं.
सावन पुत्रदा एकादसी उपाय 4 - विष्णु जी की उपासना वृंदा वृंदावनी विश्वपूजिता विश्वपावनी। पुष्पसारा नंदनीय तुलसी कृष्ण जीवनी।। इस मंत्र के जाप से करें. साथ ही शिव जी की आराधना के लिए महामृत्युंजय मंत्र के 108 बार जाप करें. सुख-समृद्धि में बढ़ोत्तरी होगी.
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