Sankashti Chaturthi 2023: गणाधिपति संकष्टी चतुर्थी गुरुवार को, इन उपायों को करते ही दूर होंगे सारे विघ्न
गणाधिप संकष्टी चतुर्थी पर व्रत रखकर भगवान गणेश की पूजा की जाती है. साथ ही इस दिन कुछ उपायों को करने से सुख-संपदा आती है और विघ्नहर्ता भगवान गणेश की कृपा से सभी विघ्न भी दूर हो जाते हैं. आइये जानते हैं इन उपायों के बारे में.
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View In Appगुरुवार 30 नवंबर को गणाधिप संकष्टी चतुर्थी पर पूजा में गणेश जी को सिंदूर जरूर चढ़ाएं. आप पूजा करते समय बप्पा को सिंदूर से तिलक करें. इस दौरान ‘सिन्दूरं शोभनं रक्तं सौभाग्यं सुखवर्धनम्। शुभदं कामदं चैव सिन्दूरं प्रतिगृहृताम्।। ओम गं गणपतये नम:’ मंत्र का जप करें. इससे बप्पा आपके सारे कष्ट हर लेंगे.
गणाधिप संकष्टी चतुर्थी पर भगवान गणेश की पूजा में दुर्वा चढ़ाना न भूलें. इसके बिना पूजा अधूरी मानी जाती है. दुर्वा चढ़ाते समय ‘इदं दुर्वादलं ऊं गं गणपतये नम:’ मंत्र का जप करें और 11 जोड़े दुर्वा चढ़ाएं. इससे आपकी सभी मनोकामना पूरी होगी.
गणाधिप संकष्टी चतुर्थी पर भगवान गणेश की पूजा करते हुए उन्हें शमी की पत्तियां भी जरूर चढ़ाएं. दुर्वा के साथ ही बप्पा को शमी भी अतिप्रिय है. साथ ही इस दिन शमी वृक्ष की पूजा भी करें.
अगर आप आर्थिक तंगी से परेशान हैं तो इसके लिए गणाधिप संकष्टी चतुर्थी पर पूजा के समय गणेश स्त्रोत का पाठ करें. इसके साथ ही आप ‘ऊँ श्रीं ऊँ ह्रीं श्रीं ह्रीं क्लीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय नम:’ मंत्र की 11 माला जाप करें.
विवाह में बार-बार बाधाएं आ रही हैं या विवाह योग्य होने पर भी विवाह नहीं हो रहा है तो, आप संकष्टी चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की विधिवत पूजा करें. पूजा में भगवान को गुड़ की 21 गोलियां और दुर्वा चढ़ाएं. इससे विवाह में आने वाली परेशानियां दूर होती है और विवाह के योग बनते हैं.
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