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Sawan Shivratri 2024: सावन शिवरात्रि कब है, ये क्यों मानी गई है इतनी खास
Sawan Shivratri 2024: आषाढ़ की समाप्ति के बाद 22 जुलाई से सावन शुरू हो जाएगा. इस साल सावन 29 दिन का है. सावन में सोमवार के अलावा शिवरात्रि भी बहुत खास मानी गई है, जानें सावन शिवरात्रि की डेट, महत्व.
![Sawan Shivratri 2024: आषाढ़ की समाप्ति के बाद 22 जुलाई से सावन शुरू हो जाएगा. इस साल सावन 29 दिन का है. सावन में सोमवार के अलावा शिवरात्रि भी बहुत खास मानी गई है, जानें सावन शिवरात्रि की डेट, महत्व.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/07/05/02afdc23089604d65b088b489fc716d61720171469516499_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
सावन शिवरात्रि 2024
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![साल में 12 मासिक शिवरात्रि आती है लेकिन महाशिवरात्रि के अलावा सावन शिवरात्रि सबसे महत्वपूर्ण मानी गई है, क्योंकि इस दिन को शिव-शक्ति के मिलन के रूप में जाना जाता है. सावन चूंकि शिव जी का महीना है और शिवरात्रि उन्हें सबसे प्रिय है, इसलिए सावन शिवरात्रि श्रावण का सबसे खास दिन होता है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/07/05/db376be63833cff0c7d7601e9f889ada33d57.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
साल में 12 मासिक शिवरात्रि आती है लेकिन महाशिवरात्रि के अलावा सावन शिवरात्रि सबसे महत्वपूर्ण मानी गई है, क्योंकि इस दिन को शिव-शक्ति के मिलन के रूप में जाना जाता है. सावन चूंकि शिव जी का महीना है और शिवरात्रि उन्हें सबसे प्रिय है, इसलिए सावन शिवरात्रि श्रावण का सबसे खास दिन होता है.
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![सावन शिवरात्रि श्रावण माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी के दिन आती है. इस साल सावन शिवरात्रि 2 अगस्त 2024 को है. ये दिन शिव जी को जल चढ़ाने के लिए सबसे खास माना गया है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/07/05/38d7c3478fc31876c3b505bc15c5cfd05652c.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
सावन शिवरात्रि श्रावण माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी के दिन आती है. इस साल सावन शिवरात्रि 2 अगस्त 2024 को है. ये दिन शिव जी को जल चढ़ाने के लिए सबसे खास माना गया है.
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![image सावन कृष्ण चतुर्दशी तिथि 2 अगस्त 2024, दोपहर 03.26 से शुरू होगी और 3 अगस्त 2024 को दोपहर 03.50 पर इसका समापन होगा.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/07/05/3215c4f43a6d1647c9220f1dbd14e364d6bdd.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
image सावन कृष्ण चतुर्दशी तिथि 2 अगस्त 2024, दोपहर 03.26 से शुरू होगी और 3 अगस्त 2024 को दोपहर 03.50 पर इसका समापन होगा.
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![श्रावण माह में कांवड़िए जो कांवड़ में गंगाजल भरकर लाते हैं उसे सावन शिवरात्रि पर ही शिवजी का जलाभिषेक करते हैं. कहते हैं इससे मोक्ष प्राप्त होता है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/07/05/021a56e258c890f30186e672cf0bc04c42f1c.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
श्रावण माह में कांवड़िए जो कांवड़ में गंगाजल भरकर लाते हैं उसे सावन शिवरात्रि पर ही शिवजी का जलाभिषेक करते हैं. कहते हैं इससे मोक्ष प्राप्त होता है.
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![शिवरात्रि पर अगर चार पहर पूजन करते हैं तो पहले पहर में दूध, दूसरे पहर में दही, तीसरे पहर में घी और चौथे पहर में शहद से पूजन करें. हर पहर में जल का प्रयोग जरूर करना चाहिए, क्योंकि जल शिव जी को अति प्रिय है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/07/05/4cfb504d081b6e82a621083046175c58ae1a6.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
शिवरात्रि पर अगर चार पहर पूजन करते हैं तो पहले पहर में दूध, दूसरे पहर में दही, तीसरे पहर में घी और चौथे पहर में शहद से पूजन करें. हर पहर में जल का प्रयोग जरूर करना चाहिए, क्योंकि जल शिव जी को अति प्रिय है.
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![मान्यता है कि जब शिव जी ने समुद्र मंथन से निकले विष को पी लिया था तो जल अर्पित कर ही उनकी पीड़ा दूर की गई थी. इसलिए सावन में जो महादेव पर जल चढ़ाता है उसके सारे कष्ट भोलेनाथ हर लेते हैं.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/07/05/b5a6f030743fe2fd93a89b14929716b3c4970.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
मान्यता है कि जब शिव जी ने समुद्र मंथन से निकले विष को पी लिया था तो जल अर्पित कर ही उनकी पीड़ा दूर की गई थी. इसलिए सावन में जो महादेव पर जल चढ़ाता है उसके सारे कष्ट भोलेनाथ हर लेते हैं.
Published at : 05 Jul 2024 02:56 PM (IST)
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उत्कर्ष सिन्हाSenior Journalist
Opinion