Shani Dev: शनि देव इन गलतियों की सजा अवश्य देते हैं, इन राशियों पर रहती है कर्मफलदाता की विशेष नजर
Shani Dev: शनि को कर्मफलदाता कहा गया है. शनि न्याय के देवता भी है. शनि को सभी ग्रहों में न्यायाधीश का दर्जा प्राप्त है. इसलिए जिन लोगों की ये राशियां हैं वे संभल कर रहें. क्योंकि गलती करने पर शनि इन राशि के जातकों को माफ नहीं करते हैं और समय आने पर कठोर दंड प्रदान करते हैं.
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View In Appसिंह राशि (Leo)- सिंह राशि के स्वामी सूर्य देव हैं. सूर्य देव शनि के पिता हैं. लेकिन शनि देव की अपने पिता सूर्य से एकदम नहीं बनती है. इसलिए सिंह राशि वालों शनि अशुभ होने पर भंयकर पीढ़ा प्रदान करते हैं. सिंह राशि के लोग यदि प्रशासनिक या किसी भी क्षेत्र में शीर्ष पद पर विराजमान हैं तो उन्हें अपने सहयोगियों के साथ गलत बर्ताव नहीं करना चाहिए. अनैतिक कार्यों को करने से बचना चाहिए. ईमानदारी के रास्ते पर चलना चाहिए. यदि इन बातों का ध्यान नहीं रखते हैं तो शनि अपनी दशा, साढ़ेसाती-ढैय्या के दौरान कठोर दंड प्रदान करते हैं.
तुला राशि (Libra)- शनि की सबसे प्रिय राशि तुला है. इस राशि में आकर शनि देव अति प्रसन्न रहते हैं. शनि की प्रिय राशि होने के कारण तुला राशि वालों को उन कार्यों को कभी नहीं करना चाहिए जिनको करने से शनि नाराज होते हैं. तुला राशि वालों निर्धन और कमजोर लोगों को कभी नहीं सताना चाहिए.
कुंभ राशि (Aquarius)- कुंभ राशि के स्वामी शनि देव हैं. कुंभ राशि वालों को कभी किसी को धोखा नहीं देना चाहिए. यदि ऐसा करते हैं शनि समय आने कठोर सजा देने का कार्य करते हैं. शनि इस राशि के स्वामी होने के कारण कुंभ राशि वालों को लोभ, निंदा रस से दूर रहने के लिए कहते हैं.
मकर राशि (Capricorn)- मकर राशि के स्वामी शनि देव हैं. शनि का प्रभाव इस राशि पर देखने को मिलता है. मकर राशि के लोगा परिश्रम से अपने लक्ष्य को पाते हैं. शनि परिश्रम के भी कारक है. इसलिए इन राशि के लोगों को गलत ढंग से धन कमाने के बारे में नहीं सोचना चाहिए. गलत कार्यों को करने वालों को शनि भंयकर कष्ट प्रदान करते हैं.
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