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Shattila Ekadashi 2024 Date: 5 या 6 फरवरी कब रखा जाएगा षटतिला एकादशी का व्रत, यहां जानिए सही तारीख
Shattila Ekadashi 2024 Date: माघ कृष्ण पक्ष की षटतिला एकादशी का विशेष महत्व है. मान्यता है कि इस एकादशी के व्रत से मोक्ष की प्राप्ति होती है. इस साल षटतिला एकादशी व्रत कब रखा जाएगा, जानें सही तिथि.
![Shattila Ekadashi 2024 Date: माघ कृष्ण पक्ष की षटतिला एकादशी का विशेष महत्व है. मान्यता है कि इस एकादशी के व्रत से मोक्ष की प्राप्ति होती है. इस साल षटतिला एकादशी व्रत कब रखा जाएगा, जानें सही तिथि.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/02/04/248d4cfde25225f232ef06380da9df4d1707061579203466_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
षटतिला एकादशी 2024
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![पंचांग के अनुसार षटतिला एकादशी व्रत माघ महीने के कृष्ण पक्ष की एकादशी को रखा जाता है. सभी एकादशी की तरह षटतिला एकादशी भी भगवान विष्णु की पूजा-अराधना के लिए समर्पित है. इस एकादशी के व्रत से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है और व्यक्ति को बैकुंठ में स्थान मिलता है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/02/04/1dfa3e06780b25521cbbffeb4d007ec4ed901.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
पंचांग के अनुसार षटतिला एकादशी व्रत माघ महीने के कृष्ण पक्ष की एकादशी को रखा जाता है. सभी एकादशी की तरह षटतिला एकादशी भी भगवान विष्णु की पूजा-अराधना के लिए समर्पित है. इस एकादशी के व्रत से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है और व्यक्ति को बैकुंठ में स्थान मिलता है.
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![इस साल षटतिला एकादशी का व्रत 5 या 6 फरवरी कब रखा जाएगा, इसे लेकर असमंजस है. आपको बता दें कि माघ मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि 5 फरवरी शाम 05:24 से शुरू होगी और इसका समापन 06 फरवरी शाम 04:07 को होगा. उदयातिथि के अनुसार, षटतिला एकादशी का व्रत मंगलवार 06 फरवरी को रखा जाएगा.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/02/04/02b3ba54c2b776678298c2aac929917fa7b45.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
इस साल षटतिला एकादशी का व्रत 5 या 6 फरवरी कब रखा जाएगा, इसे लेकर असमंजस है. आपको बता दें कि माघ मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि 5 फरवरी शाम 05:24 से शुरू होगी और इसका समापन 06 फरवरी शाम 04:07 को होगा. उदयातिथि के अनुसार, षटतिला एकादशी का व्रत मंगलवार 06 फरवरी को रखा जाएगा.
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![एकादशी तिथि 6 फरवरी से लेकर अगले दिन यानी 7 फरवरी सुबह 07:06 तक रहेगी. पूजा के लिए 06 फरवरी सुबह 09:51 से दोपहर 01:57 तक का समय शुभ रहेगा. वहीं पारण 07 फरवरी को सुबह 07:06 से 09:18 के बीच किया जाएगा.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/02/04/07e6fab49a0088538d23ff27fce8330e167f7.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
एकादशी तिथि 6 फरवरी से लेकर अगले दिन यानी 7 फरवरी सुबह 07:06 तक रहेगी. पूजा के लिए 06 फरवरी सुबह 09:51 से दोपहर 01:57 तक का समय शुभ रहेगा. वहीं पारण 07 फरवरी को सुबह 07:06 से 09:18 के बीच किया जाएगा.
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![षटतिला एकादशी पर तिल का खास उपयोग होता है. इस दिन जल में तिल मिलाकर स्नान करना, तिल का उबटन लगाना, तिल का हवन करना, तिल मिले जल से सूर्य को अर्घ्य देना, तिल का भोजन करना और तिल का दान करना चाहिए. इस तरह से षटतिला एकादशी पर छह तरह से तिल का प्रयोग किया जाता है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/02/04/fb03996d8014d452072ce6fc1bedbec0e640e.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
षटतिला एकादशी पर तिल का खास उपयोग होता है. इस दिन जल में तिल मिलाकर स्नान करना, तिल का उबटन लगाना, तिल का हवन करना, तिल मिले जल से सूर्य को अर्घ्य देना, तिल का भोजन करना और तिल का दान करना चाहिए. इस तरह से षटतिला एकादशी पर छह तरह से तिल का प्रयोग किया जाता है.
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![षटतिला एकादशी का व्रत रखने से व्यक्ति की आध्यात्मिक उन्नति होती है और वह पापों से मुक्त होता है. कहा जाता है कि षटतिला एकादशी के व्रत से कन्यादान, हजारों वर्ष तपस्या और स्वर्ण दान के समान पुण्यफल की प्राप्ति होती है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/02/04/62086e4bacbbad206cc18b9777a9c50eb5d4e.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
षटतिला एकादशी का व्रत रखने से व्यक्ति की आध्यात्मिक उन्नति होती है और वह पापों से मुक्त होता है. कहा जाता है कि षटतिला एकादशी के व्रत से कन्यादान, हजारों वर्ष तपस्या और स्वर्ण दान के समान पुण्यफल की प्राप्ति होती है.
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![इसी के साथ षटतिला एकादशी पर चावल, बैंगन, लहसुन, प्याज, मांसाहार भोजन और मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए. साथ ही इस दिन व्रत रखने वालों को कटु वचनों से भी दूर रहना चाहिए. इन नियमों का पालन करने पर ही व्रत सफल होगा.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/02/04/64676bb1c398bf15bb88d6207ee3df97f9ebb.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
इसी के साथ षटतिला एकादशी पर चावल, बैंगन, लहसुन, प्याज, मांसाहार भोजन और मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए. साथ ही इस दिन व्रत रखने वालों को कटु वचनों से भी दूर रहना चाहिए. इन नियमों का पालन करने पर ही व्रत सफल होगा.
Published at : 05 Feb 2024 08:15 AM (IST)
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