एक्सप्लोरर
Vidur Niti: विदुर नीति के अनुसार इन चार गुणों वालों को होती है स्वर्ग की प्राप्ति
Vidur Niti: राजनीति, धर्म नीति से संबंधित महात्मा विदुर का चिंतन एवं ज्ञान अतुलनीय था. उन्होंने सत्यनिष्ठ एवं धर्मनिष्ठ उपदेशों के माध्यम से कौरव एवं पांडु पुत्रों का मार्गदर्शन किया.
![Vidur Niti: राजनीति, धर्म नीति से संबंधित महात्मा विदुर का चिंतन एवं ज्ञान अतुलनीय था. उन्होंने सत्यनिष्ठ एवं धर्मनिष्ठ उपदेशों के माध्यम से कौरव एवं पांडु पुत्रों का मार्गदर्शन किया.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/09/16/77b447be50fafce977a38d746294343d1663328743335278_original.jpeg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
विदुर नीति
1/6
![Vidur Niti: विदुर नीति के अनुसार, यदि मनुष्य के कर्म अच्छे न हों तो मरने के बाद भी उसकी आत्मा लम्बे समय तक भटकती रहती है. विदुर नीति में मनुष्य के उन स्वभावों और चारित्रिक गुणों को बताया गया है जिसके माध्यम से व्यक्ति को स्वर्ग की प्राप्ति होती है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/01/14/c8f572a750e48f3bd4477fe12a2971b583b26.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
Vidur Niti: विदुर नीति के अनुसार, यदि मनुष्य के कर्म अच्छे न हों तो मरने के बाद भी उसकी आत्मा लम्बे समय तक भटकती रहती है. विदुर नीति में मनुष्य के उन स्वभावों और चारित्रिक गुणों को बताया गया है जिसके माध्यम से व्यक्ति को स्वर्ग की प्राप्ति होती है.
2/6
![श्लोक: गृहीतवाक्यो नयविद्वदान्यः शेषान्नभोक्ता ह्यविहिंसकश्च। नानर्थकृत्याकुलितः कृतज्ञः सत्यो मृदुः स्वर्गमुपैति विद्वान् ।।](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/01/14/e93fa36b0dc632ca30560b870629ea68d35eb.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
श्लोक: गृहीतवाक्यो नयविद्वदान्यः शेषान्नभोक्ता ह्यविहिंसकश्च। नानर्थकृत्याकुलितः कृतज्ञः सत्यो मृदुः स्वर्गमुपैति विद्वान् ।।
3/6
![बड़े बुजुर्गों का आदर करें: विदुर नीति के अनुसार जो मनुष्य घर में और घर के बाहर बड़े बुजुर्गों का आदर-सम्मान करता है वह स्वर्ग का भागी होता है तथा जो इनका अपमान करता है उनका विनाश होता है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/01/14/2f0a6606d4f942f12d546e7bde3c419c165fe.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
बड़े बुजुर्गों का आदर करें: विदुर नीति के अनुसार जो मनुष्य घर में और घर के बाहर बड़े बुजुर्गों का आदर-सम्मान करता है वह स्वर्ग का भागी होता है तथा जो इनका अपमान करता है उनका विनाश होता है.
4/6
![अंत में करें भोजन: जो व्यक्ति अपनी कमाई के अन्न का एक –एक हिस्सा अपने बुजुर्गों,अनुजों और मेहमानों को खिलाने के बाद बचा हिस्सा खाता है उसे स्वर्ग की प्राप्ति होती है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/01/14/45f6a008ab2ef7cd155466fc0f89e8c2d22b0.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
अंत में करें भोजन: जो व्यक्ति अपनी कमाई के अन्न का एक –एक हिस्सा अपने बुजुर्गों,अनुजों और मेहमानों को खिलाने के बाद बचा हिस्सा खाता है उसे स्वर्ग की प्राप्ति होती है.
5/6
![अहिंसा का पालन: विदुर जी कहते हैं कि जो व्यक्ति जीवन भर अहिंसा का पालन करता है. वह निश्चय ही स्वर्ग को भोगता है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/01/14/d6832ebf18d7ef4863db9df7c9b4ae0fcc37b.jpeg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
अहिंसा का पालन: विदुर जी कहते हैं कि जो व्यक्ति जीवन भर अहिंसा का पालन करता है. वह निश्चय ही स्वर्ग को भोगता है.
6/6
![अंतर्मन की सुनें: विदुर नीति के अनुसार जो व्यक्ति सदैव अपने अंतर्मन की आवाज सुनकर ही कार्य करता है. उसका निर्णय सच होता है. ऐसे व्यक्ति स्वर्ग का भोग करते हैं.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/01/14/b432faffeb17038581c1ed24d6961d63279c6.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
अंतर्मन की सुनें: विदुर नीति के अनुसार जो व्यक्ति सदैव अपने अंतर्मन की आवाज सुनकर ही कार्य करता है. उसका निर्णय सच होता है. ऐसे व्यक्ति स्वर्ग का भोग करते हैं.
Published at : 15 Jan 2023 04:00 AM (IST)
और देखें
Advertisement
ट्रेंडिंग न्यूज
Advertisement
Advertisement
टॉप हेडलाइंस
इंडिया
इंडिया
राजस्थान
बॉलीवुड
Advertisement
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)
![शंभू भद्र](https://feeds.abplive.com/onecms/images/author/fdff660856ace7ff9607d036f59e82bb.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=70)
शंभू भद्रएडिटोरियल इंचार्ज, हरिभूमि, हरियाणा
Opinion