सुसाइड या हादसे में जान गंवाने वाली 'स्त्री' की आत्मा क्या भटकती रहती है ?
गरुड़ पुराण में मृत्यु के कई ऐसे रहस्य बताए गए हैं जिनको जानकर आप चौंक जाएंगे. कहा जाता है अकाल मृत्यु या असमय मृत्यु का शिकार होने वालों की आत्मा की दुर्गति होती है.
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View In Appकिसी हादसे (एक्सीडेंट), सुसाइड, आग में जलकर, जहर खाकर, फांसी लगाकर, सांप के काटने या भूख से जिन लोगों की मृत्यु होती है उसे अकाल मृत्यु कहा जाता है.
गरुड़ पुराण के अनुसार अगर किसी स्त्री (Stree) की अकाल मृत्यु हो जाए इनकी आत्मा भटकती रहती है. किसी नवयुवती स्त्री या गर्भवती स्त्री की अकाल मृत्यु होने पर वह पिशाचनी की योनि में जन्म लेती है.
वहीं गरुड़ पुराण में बताया है कि अगर किसी कुंवारी लड़की (Yound girl) की अकाल मृत्यु हो जाए तो वह देवी की योनि में भटकती है. दरअसल अकाल मृत्यु के बाद जीवात्मा की आयु पूरी नहीं होती, इसलिए वह भटकती रहती है.
ग्रंथ में बताया है कि हर व्यक्ति के जन्म-मरण का चक्र तय है, अगर समय से पहले किसी की अकाल मृत्यु होती है तो वो चक्र बाधित होता है, इसलिए उसकी आत्मा भटकती है. वह अपना चक्र पूरा होने के बाद ही दूसरा जन्म लेती है.
कहा जाता है कि स्त्रियों पर अत्याचार, शोषण करने वाले, झूठ बोलने वाले या कुकर्म करने वालों को अकाल मृत्यु को प्राप्त होते हैं.
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