Financial Tips: नौकरी बदलने की सोच रहे हैं तो इन 6 बातों का रखें ध्यान, बाद वित्तीय सुरक्षा की नहीं होगी टेंशन
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Financial Tips for Switching Jobs: अगर आप भी आने वाले वक्त में जॉब बदलने के बारे में सोच रहे हैं तो कुछ बातों का ख्याल रखना बहुत जरूरी है. आज हम उन वित्तीय कार्यों के बारे में बता रहे हैं जिसे नौकरी बदलने के साथ ही पूरा करना चाहिए.
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नौकरी स्विच के बाद अपनी नई कंपनी को पुरानी जॉब की सैलरी और टीडीएस के बारे में जानकारी जरूर दें. इसके साथ ही यह ध्यान रखें कि आपकी नई कंपनी सही टीडीएस राशि काटे. एक्सपर्ट्स के मुताबिक साल के बीच में जॉब बदलने पर अपनी नई कंपनी में फॉर्म 12बी जमा करें. इसमें आपकी सैलरी और निवेश की पूरी जानकारी दर्ज होती है.
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इसके साथ ही नई कंपनी में इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल करने के लिए आपको फॉर्म 16 की भी आवश्यकता पड़ेगी. पुरानी कंपनी में इनकम प्रूफ जमा करने के बाद भी नई कंपनी में दोबारा सभी इनकम प्रूफ जमा कर दें. इसके बाद में आईटी डिपार्टमेंट की जरूरत के अनुसार आप कहीं भी इस इनकम प्रूफ को जमा कर सकते हैं.
कंपनियां अपने कर्मचारियों को हेल्थ इंश्योरेंस कवर देती है. आमतौर पर यह कवर कर्मचारी के साथ उसके परिवार और बच्चों को मिलता है. यह भी देख लें की नई कंपनी में आपको कितना हेल्थ इंश्योरेंस का लाभ मिल रहा है.
नई कंपनी ज्वाइन करते ही आप अपनी कर्मचारी भविष्य निधि संगठन का UAN नंबर नए एंप्लॉयर को जरूर सब्मिट कर दें. ऐसे में बाद में दो-दो UAN नंबर नहीं बनेगा और आपके लिए अपना पीएफ निवेश ट्रैक करना आसान होगा.
अक्सर नई नौकरी ज्यादा सैलरी लेकर आती है. ऐसे में अगर आपकी सैलरी में इजाफा हुआ है तो आप अपने पुराने कर्ज जैसे होम लोन, कार लोन, एजुकेशन लोन, पर्सनल लोन आदि का जल्द से जल्द निपटारा कर दें.
सैलरी बढ़ने के साथ ही आप अपने निवेश की सीमा को भी बढ़ा दें. अगर आप टैक्स फ्री रिटर्न स्कीम की तलाश में हैं तो वॉलेंटरी प्रोविडेंट फंड में निवेश करना एक अच्छा ऑप्शन है.
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