Digital Gold: डिजिटल गोल्ड क्या है? जानें इसके फायदे और निवेश का तरीका
आप सोने के जेवर या अन्य सामान खरीदते है, तो उसके चोरी और गुम होने का डर हमेशा बना रहता है. ऐसे में डिजिटल गोल्ड निवेश (Digital Gold Investment) का एक नया और सुरक्षित माध्यम बनकर उभरा है.
Download ABP Live App and Watch All Latest Videos
View In Appडिजिटल गोल्ड में निवेश करने को लेकर लोगों की रूचि बढ़ी है. इनमें सॉवरेन गोल्ड फंड (Sovereign Gold Bond) और गोल्ड ईटीएफ (Gold Exchange Traded Fund) निवेश के दो प्रमुख माध्यम हैं.
डिजिटल गोल्ड ऑनलाइन (Digital Gold Online) सोना खरीदने का एक तरीका है. इसमें गोल्ड फिजिकली ना होकर आपके डिजिटल वॉलेट में रखा होगा. आप इसकी खरीदी-बिक्री भी कर सकते हैं. इसके अलावा जरूरत पड़ने पर कुछ एक्स्ट्रा चार्ज देकर डिजिटल गोल्ड को फिजिकल गोल्ड बदल सकते हैं.
सोने में निवेश के नए विकल्प के तौर पर सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड का विकल्प ग्राहकों को 2015 से मिला है. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI Bank Gold)जारी करता है. इसमें कम से कम एक ग्राम सोना खरीदा जा सकता है. दरअसल निवेश के नजरिये से फिजिकली सोने की खरीदी में कमी लाने के लिए यह योजना लाई गई है.
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (Sovereign Gold Bond) पर सालाना 2.5 फीसदी ब्याज मिलता है. ग्राहक ऑनलाइन या कैश के जरिए इसे खरीद सकते हैं. ये 8 साल की अवधि में पूर्ण होती है. इस स्कीम में एक फाइनेंशियल ईयर में एक व्यक्ति अधिकतम 4 किलोग्राम गोल्ड के बॉन्ड खरीद सकता है.
गोल्ड ईटीएफ को शेयर की तरह खरीदकर डीमैट अकाउंट में रखा जा सकता है. जब आप गोल्ड ईटीएफ में निवेश करते हैं, तो आपके पास वास्तव में फिजिकल सोना (Physical Gold) नहीं होता है, बल्कि आप सोने की कीमत के बराबर नकद रखते हैं. इसी तरह जब आप गोल्ड ईटीएफ बेचते हैं, तो आपको भौतिक सोना नहीं मिलता है, बल्कि उस समय सोने की कीमत के बराबर नकदी मिलती है.
- - - - - - - - - Advertisement - - - - - - - - -