In Pics: देखिए देश की पहली रैपिड रेल की तस्वीरें, इसी साल जून से शुरू हो जाएगा पहला सेक्शन
Rapid Rail: इसी साल जून से पहले शुरू हो रही है देश की पहली रैपिड रेल. देश की रैपिड रेल दिल्ली के सराय काले खां से शुरू हो कर मेरठ तक चलेगी. फ़िलहाल ग़ाज़ियाबाद के साहिबाबाद से गाजियाबाद के ही दुहाई तक 17 किलोमीटर के एक प्रियौरिटी सेक्शन पर ट्रायल रन चल रहा है. इसी साल जून से इस सेक्शन पर रैपिड रेल चलने लगेगी और जून 2025 से सराय काले खां से मेरठ तक के 82 किलोमीटर के फ़ुल रूट पर रैपिड रेल चलने लगेगी. 25 स्टेशन वाले इस सफ़र में कुल 45 मिनट लगेंगे.
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View In Appअपने ट्रायल रन के लिए देश की पहली रैपिड रेल दौड़ रही है. एयरो डायनॉमिक फ़ेस वाली इस ट्रेन सेट में दोनों ओर पायलट केबिन हैं जिसमें सिर्फ़ एक-एक पायलट के बैठने की व्यवस्था है. इस रैपिड रेल ट्रेन सेट में 6 कोच हैं जिसमें 1 प्रीमियम क्लास है तो 5 नार्मल क्लास कोच हैं. एक कोच में करीब 72 सीटें दी गई हैं. रैपिड रेल 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी जबकि इसकी टॉप स्पीड 180 किलोमीटर प्रति घंटा है.
अंदर से रैपिड रेल की खासियत देखेंगे तो एक कोच में 6 कैमरों से लैस रैपिड रेल की आरामदायक सीट्स देखकर आपको आनंद आ जाएगा.
रैपिड रेल को साकार रूप देने के लिए साहिबाबाद स्टेशन जिसे लगभग बनाकर तैयार कर लिया गया है वहां पर भारत की पहली रैपिड रेल खड़ी है.
कोच में टॉक बैक की सुविधा है जिसमें ड्राइवर से किसी इमरजेंसी के समय बात की जा सकती है.
सामान रखने के लिए रैपिड रेल में वन्देभारत ट्रेन की तरह रैक दिया गया है जिसमें आप समान रख सकते हैं.
रैपिड रेल के अंदर हर कोच में 6 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं जिससे हर पल का मूवमेंट कैद किया जा सके.
दिल्ली से मेरठ के बीच 25 स्टेशन को कवर करने में करीब 45-50 मिनट का समय लगेगा हालांकि हाइवे भी आज मेरठ तक अच्छी कनेक्टिविटी के साथ तैयार है लेकिन जाम लगने से बहुत समय लग जाता है ऐसे में दिल्ली और मेरठ के बीच रैपिड रेल लोगों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है.
रैपिड रेल में एक कोच महिलाओं के लिए है तो वहीं हर कोच में महिला यात्रियों के लिए 4 सीट आरक्षित की गई हैं.
यानी अब दिल्ली से मेरठ के सफर अब बदलने वाला है उसकी पहले चरण की शुरुआत गाज़ियाबाद से दुहाई के बीच 17 किलोमीटर की यात्रा होने जा रही है. यानी अब आप सड़क नहीं बल्कि मिनी बुलेट ट्रेन में सफ़र करने वाले हैं.
स्टेशन का वो हिस्सा जहां से आपको रैपिड रेल की सवारी करनी है यानी प्लेटफॉर्म बनकर तैयार हैं. ये जून 2023 से ही शुरू होने जा रहे हैं.
मेट्रो की तरह रैपिड रेल में भी सुरक्षित दरवाज़े लगाए गए हैं जो सेंसर से लैस हैं. इस स्टेशन की क्षमता 1 लाख यात्रियों की है हालांकि इतनी बड़ी संख्या में यात्री आने मुश्किल हैं. रैपिड रेल स्टेशन चूंकि एलिवेटेड ट्रैक पर बना है इसलिए ये रोड की जगह नहीं घेरता, लोगों को रैपिड रेल के आने का बेसब्री से इंतज़ार है, लोग दिल्ली से मेरठ बिना किसी झंझट के आराम से बिना किसी जाम के पहुंच सकेंगे वो भी 45 मिनट में.
अब ज़्यादा समय नहीं है क्योंकि जून 2023 में रैपिड रेल 17 किलोमीटर का सफर कराएगी जिसमें करीब 5 स्टेशन भी बनकर तैयार हैं. साहिबाबाद, गाज़ियाबाद, गुलधर, दुहाई, दुहाई डिपो ये 5 स्टेशन के बीच 17 किलोमीटर का पहला चरण बनकर तैयार किया गया है.
रैपिड रेल में मेरठ से दिल्ली मरीजों को लाने ले जाने की सुविधा भी दी गई है जिसमें मेरठ से दिल्ली लाने में मरीजों को जो समय लगता था वो भी ज़्यादा था साथ में एम्बुलेंस का किराया भी ज़्यादा है ऐसे में रैपिड रेल में मरीजों के लिए स्ट्रेचर और व्हील चेयर की सुविधा होगी
इस दुहाई डिपो पर अभी 6 रैपिड रेल आ चुकी है बाकी इस डिपो पर 13 रैपिड रेल को एक साथ खड़ा किया जा सकता है. बाकी पूरा प्रोजेक्ट 82 किलोमीटर का है जो दिल्ली से मेरठ को जोड़ेगा. दिल्ली के सराए काले खां से मेरठ के बीच 25 स्टेशन बनाए जा रहे हैं जिसपर काम 2025 तक पूरा कर लिया जाएगा.
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