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पाकिस्तान में कितनी देनी होती है B.Tech की फीस! जानकर चौंक जाएंगे आप

क्या आपको पता है कि पाकिस्तान में इंजीनियरिंग करने के लिए छात्र-छात्राओं को कितने रुपये खर्च करने पड़ते हैं. अगर नहीं तो आज हम आपको बताएंगे.

क्या आपको पता है कि पाकिस्तान में इंजीनियरिंग करने के लिए छात्र-छात्राओं को कितने रुपये खर्च करने पड़ते हैं. अगर नहीं तो आज हम आपको बताएंगे.

आज के टाइम पर हर दूसरा स्टूडेंट इंजीनियर बनने का सपना देखता है. भारत ही नहीं पाकिस्तान में भी काफी बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं इंजीनियरिंग की पढ़ाई करते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं भारत के पड़ोसी मुल्क में छात्रों को इंजीनियरिंग करने के लिए कितने रुपये खर्च करने पड़ते हैं, आइए जानते हैं.

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मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पाकिस्तान में B.Tech कोर्स के लिए छात्रों को सालाना 3 लाख से 6 लाख पाकिस्तानी रुपये तक की फीस देनी पड़ती है. यह फीस सरकारी और निजी विश्वविद्यालयों पर निर्भर करती है. जहां सरकारी विश्वविद्यालयों में फीस थोड़ी कम होती है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पाकिस्तान में B.Tech कोर्स के लिए छात्रों को सालाना 3 लाख से 6 लाख पाकिस्तानी रुपये तक की फीस देनी पड़ती है. यह फीस सरकारी और निजी विश्वविद्यालयों पर निर्भर करती है. जहां सरकारी विश्वविद्यालयों में फीस थोड़ी कम होती है.
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सरकारी संस्थानों से पढ़ाई करने वाले स्टूडेंट्स को 1 से डेढ़ लाख रुपये सालाना फीस देनी होती है. वहीं निजी विश्वविद्यालयों में यह काफी ज्यादा हो सकती है. कुछ प्रतिष्ठित निजी संस्थानों में यह फीस 7 से 9 लाख पाकिस्तानी रुपये प्रति वर्ष तक पहुंच जाती है.
सरकारी संस्थानों से पढ़ाई करने वाले स्टूडेंट्स को 1 से डेढ़ लाख रुपये सालाना फीस देनी होती है. वहीं निजी विश्वविद्यालयों में यह काफी ज्यादा हो सकती है. कुछ प्रतिष्ठित निजी संस्थानों में यह फीस 7 से 9 लाख पाकिस्तानी रुपये प्रति वर्ष तक पहुंच जाती है.
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इसके अलावा, छात्रों को होस्टल चार्ज, किताबों, लैब चार्ज और परीक्षा शुल्क जैसे अन्य खर्चों का भी ध्यान रखना पड़ता है, जिससे कुल खर्च और बढ़ जाता है. खासतौर पर इंजीनियरिंग के छात्रों के लिए लैब चार्ज और प्रैक्टिकल फीस भी एक बड़ा आर्थिक बोझ साबित होती है.
इसके अलावा, छात्रों को होस्टल चार्ज, किताबों, लैब चार्ज और परीक्षा शुल्क जैसे अन्य खर्चों का भी ध्यान रखना पड़ता है, जिससे कुल खर्च और बढ़ जाता है. खासतौर पर इंजीनियरिंग के छात्रों के लिए लैब चार्ज और प्रैक्टिकल फीस भी एक बड़ा आर्थिक बोझ साबित होती है.
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मीडिया रिपोर्ट्स ​की मानें तो पाकिस्तान की आर्थिक हालत लगातार गिर रही है. जिस वजह से वहां के संस्थानों में लगातार फीस बढ़ोतरी देखने को मिल रही है.
मीडिया रिपोर्ट्स ​की मानें तो पाकिस्तान की आर्थिक हालत लगातार गिर रही है. जिस वजह से वहां के संस्थानों में लगातार फीस बढ़ोतरी देखने को मिल रही है.
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पाकिस्तान में इतनी ज्यादा फीस होने के कारण, कई छात्रों के लिए B.Tech की डिग्री हासिल करना एक चुनौती बन जाता है. शिक्षा का यह खर्च मध्यमवर्गीय परिवारों के छात्रों के लिए बहुत अधिक होता है और इस वजह से उन्हें शिक्षा लोन का सहारा लेना पड़ता है.
पाकिस्तान में इतनी ज्यादा फीस होने के कारण, कई छात्रों के लिए B.Tech की डिग्री हासिल करना एक चुनौती बन जाता है. शिक्षा का यह खर्च मध्यमवर्गीय परिवारों के छात्रों के लिए बहुत अधिक होता है और इस वजह से उन्हें शिक्षा लोन का सहारा लेना पड़ता है.

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