एक्सप्लोरर
यूजीसी का बड़ा फैसला! CUET के बाद सीटें खाली होने पर भी छात्रों को मिल सकेगा दाखिला
सीयूईटी के बाद भी खाली रहने वाली सीटों को भरने के लिए केंद्रीय विश्वविद्यालयों को अपनी प्रवेश परीक्षा आयोजित करने या योग्यता अंकों के आधार पर प्रवेश देने का विकल्प मिलेगा.

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने घोषणा की है कि यदि कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) के माध्यम से प्रवेश के बाद भी सीटें खाली रहती हैं, तो केंद्रीय विश्वविद्यालयों के पास अपनी खुद की प्रवेश परीक्षा आयोजित करने या योग्यता परीक्षा में अंकों के आधार पर छात्रों को प्रवेश देने का विकल्प होगा. सीयूईटी स्कोर छात्रों के प्रवेश के लिए प्राथमिक मानदंड रहेगा.
1/5

यूजीसी चेयरमैन एम जगदीश का कहना है कि कुछ केंद्रीय विश्वविद्यालयों में तीन या चार दौर की काउंसलिंग के बाद भी सीटें खाली रह जाती हैं. यह न केवल संसाधनों की बर्बादी है बल्कि कई छात्रों को गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा से वंचित रखता है.
2/5

विश्वविद्यालय अपनी खाली सीटों को भरने के लिए मानक परिचालन प्रक्रिया (SOP) जारी कर रहे हैं. CUET परीक्षा में शामिल हुए छात्र, जिन्होंने पहले विश्वविद्यालयों में आवेदन नहीं किया था, उन्हें भी विचार किया जाएगा.
3/5

सीयूईटी परीक्षा में भाग लेने वाले छात्रों को अब उनके विषय पत्र की परवाह किए बिना प्रवेश के लिए विचार किया जा सकता है.
4/5

विश्वविद्यालय किसी विशेष पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए डोमेन विषय-विशिष्ट मानदंडों में ढील दे सकता है.
5/5

यदि CUET में शामिल होने वाले आवेदकों की सूची को समाप्त करने के बाद भी सीटें खाली रहती हैं, तो विश्वविद्यालय अपने स्तर पर प्रवेश परीक्षा आयोजित करने पर विचार कर सकता है या संबंधित विभाग एक स्क्रीनिंग टेस्ट आयोजित कर सकता है.
Published at : 02 Aug 2024 04:28 PM (IST)
और देखें
Advertisement
ट्रेंडिंग न्यूज
Advertisement
Advertisement
टॉप हेडलाइंस
विश्व
दिल्ली NCR
बॉलीवुड
क्रिकेट
Advertisement
