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IAS Success Story: NDA में अच्छी रैंक आने के बाद भी किया गया अयोग्य घोषित, फिर UPSC बना लक्ष्य...खास है ये कहानी
UPSC Success Story: यूपीएससी परीक्षा क्लियर करना कठिन है, लेकिन मेहनत और लगन से सफलता पाई जा सकती है. आईएएस मनुज ने तीसरे प्रयास में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में 53वीं रैंक हासिल की थी.

IAS Manuj Jindal Success Story: दुनिया की सबसे मुश्किल परीक्षा में शामिल यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा को पास करना कोई आसान काम नहीं है. आज हम आपको एक ऐसे आईएएस अफसर की कहानी बताएंगे जिन्होंने विदेश से पढ़ाई की. एनडीए की परीक्षा में 18वीं रैंक हासिल की लेकिन उन्हें डिप्रेशन से जूझने के कारण अयोग्य घोषित कर दिया गया.
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हम बात कर रहे हैं आईएएस मनुज जिंदल की जिनका सफर बेहद ही चुनौतीपूर्ण रहा. लेकिन हार ना मानने के जज्बे ने उन्हें इस परीक्षा में सफलता दिलाई. मनुज जिंदल ने अपने तीसरे प्रयास में UPSC एग्जाम को क्रैक किया था.
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मनुज जिंदल, महाराष्ट्र कैडर के एक आईएएस अधिकारी हैं. वह गाजियाबाद के रहने वाले हैं और उन्होंने देहरादून में अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की. 18 साल की उम्र में उन्होंने यूपीएससी एनडीए परीक्षा में ऑल इंडिया 18वीं रैंक हासिल की. बाद में उन्होंने आईएएस की परीक्षा पास की और महाराष्ट्र कैडर में शामिल हुए.
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मनुज ने अपनी ट्रेनिंग के दौरान पहले कार्यकाल में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया था. मगर दूसरे कार्यकाल में वे एंग्जायटी और डिप्रेशन के शिकार हो गए. जिस कारण उनकी हालत बिगड़ गई और इस वजह से अकादमी ने उन्हें पाठ्यक्रम से अयोग्य घोषित करने का निर्णय लिया.
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विदेश में पढ़ने के बाद मनुज भारत लौटे और यूपीएससी की तैयारी की. उन्होंने प्रीलिम्स और मेन्स पास किए लेकिन फाइनल लिस्ट में जगह नहीं बनाई.
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मनुज ने अपने दूसरे प्रयास में UPSC परीक्षा पास की लेकिन वे फाइनल रिजल्ट की आरक्षित सूची में थे. तीसरे प्रयास में उन्होंने 2017 में परीक्षा पास की और ऑल इंडिया 53वीं रैंक हासिल की. उन्होंने UPSC आंसर राइटिंग पर एक किताब लिखी है और एक YouTube चैनल भी चलाते हैं. जहां वे छात्रों को UPSC की तैयारी के बारे में बताते हैं.
Published at : 09 May 2024 04:29 PM (IST)
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राजेश शांडिल्यसंपादक, विश्व संवाद केन्द्र हरियाणा
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