Haryana Elections: महाभारतकाल के इस शहर में BJP-INC का होगा तगड़ा मुकाबला, पूर्व मंत्री और सांसद के लिए नाक की लड़ाई
हरियाणा के कैथल जिले में आने वाली कलायत विधानसभा सीट का संसदीय क्षेत्र कुरुक्षेत्र है. महाभारत काल से ईंटों के मंदिर के लिए विख्यात कलायत विधानसभा क्षेत्र में पिछली बार बीजेपी और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला था और इस बार भी कुछ ऐसा ही देखने को मिल रहा है. आम चुनाव में कांग्रेस और AAP का गठबंधन था, लेकिन विधानसभा चुनाव में यह गठबंधन टूटने से चुनावी समीकरण बदल चुके हैं.
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View In Appकलायत एक जाट बहुल सीट है, जहां पर AAP, INLD और JJP की ऐसी स्थिति नहीं है कि यह त्रिकोणीय मुकाबला बन सके. यहां के लोग पार्टी, जाति और प्रत्याशी को लेकर अपनी पसंद और नापसंद के हिसाब से वोट करते हैं. यहां कांग्रेस के लिए एक से ज्यादा बागी मुसीबत बन गए हैं तो वहीं भाजपा के लिए बागी नेता विनोद निर्मल परेशानी खड़ी किए हुए हैं.
कलायत विधानसभा सीट से भाजपा लगातार दूसरी बार कमलेश ढांडा को मैदान में उतार रही है. कांग्रेस ने हिसार के सांसद जयप्रकाश के बेटे विकास सहारण को टिकट दिया है. जयप्रकाश खुद 2014 में इस सीट से विधायक रह चुके हैं, लेकिन 2019 में कमलेश ढांडा ने उन्हें हरा दिया था.
अब अपनी हार का बदला लेने के लिए सांसद जयप्रकाश अपने बेटे विकास को मैदान में उतारा है. AAP से पूर्व पत्रकार अनुराग ढांडा मैदान में है. इनेलो के प्रदेश अध्यक्ष रामपाल माजरा और जेजेपी से प्रीतम मेहरा चुनावी रण में है.
अब क्योंकि कलायत सीट से कांग्रेस ने जयप्रकाश के बेटे विकास को टिकट दे दिया है, जिससे दो महिला दावेदार, श्वेता ढुल और अनीता ढुल नाराज हो गई हैं. इसके बाद वे निर्दलीय चुनाव लड़ रही हैं.
कांग्रेस की ओर से टिकट काटे जाने पर श्वेता ढुल ने कहा कि राजा का बेटा ही राजा बनता है. यदि मेरे पिता बड़े नेता होते तो मौके पर क्या मेरा टिकट कट जाता. श्वेता के इस बयान पर जयप्रकाश ने “लिपस्टिक और पाउडर लगाकर नेता बनने” वाली विवादित टिप्पणी कर डाली.
जयप्रकाश के इस बयान के बाद कांग्रेस के लिए मुश्किलें बढ़ गई है. इस विवादित बयान के बाद ढुल खाप के पांच गांवों ने कांग्रेस प्रत्याशी का बहिष्कार कर डाला और श्वेता के समर्थन में उतर आए. इससे कहा जा रहा है कि कांग्रेस की मुश्किलें कलायत विधानसभा में बढ़ सकती है. हालांकि मुकाबला तो भाजपा और कांग्रेस के बीच का ही माना जा रहा है.
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