UP Politics: जयंत चौधरी की प्लानिंग पड़ सकती है योगी पर भारी! BJP बिना ही 2027 की तैयारी
लोकसभा चुनाव में राष्ट्रीय लोक दल के शानदार प्रदर्शन के बाद जयंत चौधरी को केंद्र में मंत्री बनाया गया और अब आरएलडी पश्चिमी यूपी में अपनी जमीन को मजबूत होता देख अब पूर्वांचल, मध्य यूपी और बुंदेलखंड में संगठन को विस्तार देने पर फोकस कर रही है.
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View In Appराष्ट्रीय लोकदल 2027 के विधानसभा चुनाव से पहले इन क्षेत्रों में भी बूथ स्तर तक संगठन खड़ा करने की रणनीति बना रही है. इसके लिए जुलाई से प्रदेश भर में सम्मेलन और बैठक के साथ-साथ जॉइनिंग शुरू होने जा रही हैं.
इसी सिलसिले में मंगलवार यानि (18 जून) को बसपा के पू्र्व कॉर्डिनेटर और प्रत्याशी (मटेरा विधानसभा) इजहार अहमद शाह (बाबू शाह) ने आरएलडी के अध्यक्ष जयंत चौधरी से मुलाकात कर राष्ट्रीय लोकदल जॉइन की. इस दौरान रालोद के राष्ट्रीय संगठन महासचिव त्रिलोक त्यागी व राष्ट्रीय सचिव अनुपम मिश्रा भी मौजूद रहे.
राष्ट्रीय लोकदल राजधानी लखनऊ में अगले महीने प्रदेशभर के कार्यकर्ताओं का प्रदेश स्तरीय सम्मेलन करेगी. इसके लिए क्षेत्र और जिलावार संगठन की बैठकें होंगी, जिसमें पार्टी के राष्ट्रीय और प्रदेश पदाधिकारी भेजे जाएंगे.
इन बैठकों के जरिए पहले बुंदेलखंड और पूर्वांचल में पार्टी अपने संगठन की जमीनी हकीकत की पता करेंगे. इसके बाद राष्ट्रीय लोकदल चीफ और केंद्रीय मंत्री जयंत चौधरी को ये रिपोर्ट भेजी जाएगी.
सूत्रों की मानें तो जयंत चौधरी जुलाई के पहले सप्ताह खुद लखनऊ आ सकते हैं. आने वाले उपचुनाव को लेकर रालोद तैयारियां तेज करने जा रहा है और कम से कम दो सीटें बीजेपी से लेने की डिमांड कर सकता है.
उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय लोक दल ने लोकसभा चुनाव में भले ही अपने हिस्से की दोनों सीटें जीत लीं, लेकिन रालोद-बीजेपी के गठबंधन के बाद बीजेपी को उतनी मदद नहीं मिली जितनी अपेक्षित थी. पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पहले दो चरणों में 16 सीटों पर चुनाव हुए पर इसमें मात्र 9 सीटें बीजेपी और राष्ट्रीय लोकदल का गठबंधन जीत पाया, जिसमें दो सीटें राष्ट्रीय लोक दल की थी और 7 सीटें बीजेपी की थीं.
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