UP By Elections 2024: कड़े कदम ही...!- केपी मौर्य ने बीजेपी चीफ के आगे रख दी डिमांड, उप-चुनाव से पहले यूपी में क्या होगा
यूपी बीजेपी और सरकार में फिलहाल सबकुछ ठीक नहीं है. इस बात के साफ संकेत तब मिले, जब केपी मौर्य ने एक अहम बयान दिया. वह बोले कि सरकार से बड़ा संगठन है.
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View In Appकेपी मौर्य सिर्फ बयानबाजी तक ही नहीं रुके. उन्होंने इसके बाद बीजेपी चीफ जेपी नड्डा से नई दिल्ली में बंद कमरे में मुलाकात की. दोनों के बीच लगभग एक घंटे तक बात हुई.
सूत्रों की मानें तो केपी मौर्य ने साल 2027 में होने वाले यूपी के विधानसभा चुनाव के लिए जेपी नड्डा से कड़े फैसले की मांग उठाई है. वैसे, साफ नहीं है कि यह कौन सा फैसला है.
एबीपी न्यूज को मिली जानकारी के मुताबिक, केपी मौर्य और जेपी नड्डा के बीच यूपी बीजेपी की मौजूदा स्थिति और हार के बाद कार्यकर्ताओं में पनपी निराशा के मुद्दे पर बात हुई.
यूपी के डिप्टी सीएम ने बीजेपी कार्यकर्ताओं की चिंताओं और उनके बीच बढ़ने वाली उदासी को दूर करने लिए जेपी नड्डा से ठोस रोडमैप तैयार करने को लेकर गहन बातचीत की.
सबसे रोचक और समझने वाली बात यह है कि केशव प्रसाद खुद यूपी सरकार का हिस्सा हैं और सीधे-सीधे तौर पर वह खुद लगातार संगठन के पक्ष में आवाज बुलंद कर रहे हैं.
ऐसे में सवाल उठने लगा है कि जब केपी मौर्य सरकार में नंबर-दो (लगभग सात साल से) हैं, तब फिर वह बार-बार संगठन बनाम सरकार के विवाद को क्यों उछालने में लगे हैं.
इस बीच, राजनीतिक गलियारों और पॉलिटिकल पंडितों के बीच चर्चा होने लगी कि केशव प्रसाद मौर्य संगठन के जरिए यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को निशाना बना रहे हैं.
सूत्रों ने बताया कि जेपी नड्डा को जानकारी दी गई कि कड़े कदम उठाए बगैर रास्ता (2027 जीतने को) नहीं निकलेगा. ऐसे में सवाल है कि किस कड़े फैसले की मांग की गई है?
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