Lok Sabha Election 2024: आखिरी जंग कल, दिग्गजों पर बड़ी जिम्मेदारी; गठबंधन की दोस्ती आएगी काम या बीजेपी लहराएगी परचम
लोकसभा चुनाव 2024 का सातवां चरण 1 जून को होगा और परिणाम 4 जून को सबके सामने होंगे. वहीं इस सातवें चरण के चुनाव में यूपी की 13 सीटों पर मतदान होने वाले हैं. इस आखिरी चरण में पक्ष और विपक्ष के दिग्गज नेताओं की ताकत परखी जाएगी.
Download ABP Live App and Watch All Latest Videos
View In Appगाजीपुर और घोसी ये दो सीटों को छोड़कर यूपी की 11 सीटों पर NDA का कब्जा है. वहीं वाराणसी से पीएम मोदी चुनाव में उतरें हैं, तो गोरखपुर में यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ की तााकत का भी आकलन होना है. वहीं भदोही सीट पर टीएमसी गठबंधन के साथ चुनावी मैदान में खड़ी हैं.
लोकसभा चुनाव 2019 की बात की जाए तो यूपी में भाजपा 11 सीटों पर चुनाव लड़ रही थी और 9 पर जीत दर्ज की थी. बीजेपी के सहयोगी दल अपना दल (एस) ने अपने कोटे की दोनों सीटें जीती थी. 2 सीटों पर अपना दल (एस) और ओमप्रकाश राजभर की पार्टी सुभासपा की दावेदारी है.
निषाद पार्टी प्रमुख संजय निषाद के बेटे प्रवीण निषाद संत कबीर नगर से प्रत्याशी थे. संत कबीर नगर में चुनाव हो चुका है, लेकिन अंतिम चरण में निषाद मतदाताओं की संख्या भी ज्यादा हैं. 2019 में गाजीपुर और घोसी में बसपा जीती थी. इस बार यहां पर सपा और भाजपा के बीच मुकाबला है.
इस बार गोरखपुर मंडल में मुकाबले के आसार नजर आ रहे हैं. यूपी की 13 सीटों में से 6 गोरखपुर, बांसगांव, महराजगंज, कुशीनगर, देवरिया और सलेमपर गोरखपुर मंडल का हिस्सा हैं. यहां पर सदर में सीएम योगी विधायक हैं.
2019 में सपा और बसपा के अलायंस के बाद भी गोरखपुर, कुशीनगर, महाराजगंज में भाजपा की जीत का डिफरेंस 3 लाख से भी ज्यादा था. देवरिया में 2.50 लाख, बांसगांव में 1.53 लाख, लेमपुर में 1.12 वोटों से जीत दर्ज की थी.
2022 के विधानसभा चुनाव में इन लोकसभा सीटों में आने वाली 30 विधानसभा सीटों में 27 पर भाजपा ने जीत दर्ज की थी और सिर्फ दो सीट सपा गठबंधन को और एक सीट कांग्रेस को मिली थी. इन 6 सीटों में तीन पर सपा और तीन पर कांग्रेस चुनाव लड़ रही है.
सलेमपुर लोक सभा सीट में भाजपा के वर्तमान सांसद रवींद्र कुशवाहा और रमाशंकर राजभर के बीच तगड़ा मुकाबला होगा. कुशीनगर में भाजपा के विजय दुबे खड़े हैं और उनके खिलाफ सपा ने भाजपा के ही पूर्व एमएलए जन्मेजय सिंह के बेटे को टिकट देकर चुनाव में उतारा है.
वहीं कुशीनगर से ही दावेदारी कर रहे स्वामी प्रसाद मौर्य भी हैं, जिन्होंने सपा से नाता तोड़ने के बाद अपनी नई पार्टी बनाई.
बता दें कि पिछली बार 7 में से दो सीटों पर बीजेपी हार गई थी और दो सीट जो थी, उसपर 16000 से भी कम का जीत का अंतर था. इस बार यहां पर सपा और कांग्रेस से जबरदस्त मजबूती के साथ घेराबंदी की है. एक तरफ घोसी में ओमप्रकाश राजभर की ताकत दांव पर लगी है क्योंकि उनके बेटे अरविंद राजभर चुनाव लड़ रहे हैं. इसको देखते हुए ओमप्रकाश राजभर के ऊपर भी काफी बड़ी जिम्मेदारी है.
पिछली बार सपा से जीतने वाले केंद्रीय मंत्री महेंद्र नाथ पांडेय भी सभा के उम्मीदवार से कठिन लड़ाई लड़ रहे हैं. यही नहीं मिर्जापुर में अनुप्रिया पटेल के सामने हैट्रिक लगाने और रॉबर्ट्सगंज में अपनी पार्टी की जीत बरकरार रखने की भी चुनौती है. वही वाराणसी सीट से पीएम नरेंद्र मोदी के सामने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय भी खड़े हैं.
- - - - - - - - - Advertisement - - - - - - - - -