Lok Sabha Election Result 2024: 'यह नरेंद्र मोदी की निजी हार है!', रुझानों के बाद मुसलमानों का जिक्र कर बोले योगेंद्र यादव, जानिए और क्या कहा
स्वराज अभियान से जुड़े योगेंद्र यादव ने 'न्यूज 24' को बताया कि इस चुनाव की सबसे शर्मनाक घटनाओं में से एक यह था कि देश का पीएम खड़ा होकर सबसे बड़े अल्पसंख्यकों को घुसपैठिया कहता है. उन्होंने क्या-क्या नहीं कहा. शर्मनाक यह भी था कि चुनाव आयोग खाली खड़ा तमाशा देख रहा था.
Download ABP Live App and Watch All Latest Videos
View In Appपॉलिटिकल एक्टिविस्ट ने आगे यह भी कहा, अच्छी बात यह रही कि यह खबर (पीएम मोदी की ओर से मुसलमानों पर टिप्पणी के संदर्भ में) नीचे तक नहीं थी. गांवों में इसके बारे में किसी को पता भी नहीं था. बीजेपी समर्थकों से जब हमने इस बारे में पूछा तो वे सकुचाकर बोले कि चुनाव में ऐसी बात तो कहनी पड़ती है. वे भी इसका समर्थन नहीं करते.
योगेंद्र यादव के अनुसार, मुस्लिमों से हमने पूछा (पीएम की उनके समुदाय पर बयानों को लेकर) तो वे भी बोले कि उन्हें इस बारे में नहीं पता है. दूसरे कुछ लोग ऐसे थे, जिन्होंने कहा कि इसमें क्या नई बात है, पीएम नरेंद्र मोदी तो हमेशा ही ऐसा कहते रहते हैं. ऐसे में अच्छी बात यह है कि नैरेटिव बदलने की कोशिश जमीन पर बिल्कुल नाकामयाब हुई.
अनुराधा प्रसाद के सवाल पर योगेंद्र यादव ने कहा, इस देश के सारे राजनीतिक टिप्पणीकारों को क्रिकेट का मैच जरूर देखना चाहिए. उन्हें खेल की कमेंट्री भी जरूर सुननी चाहिए. ऐसा इसलिए क्योंकि वह बहुत बारीक होती है. उसमें कोई नहीं कहता कि फलां टीम जीत गई या हार गई. राजनीति में भी इसी तरह हमें ऐसा नहीं कहना चाहिए. कई चीजें बीजेपी के पक्ष में गईं.
इस बीच, बरखा दत्त के 'मोजो स्टोरी' चैनल से बातचीत के दौरान योगेंद्र यादव ने यह भी कहा कि इस बार देश का पीएम कौन बनेगा, यह उनके लिए मायने नहीं रखता है. उनके लिए तो लोकतंत्र और संविधान जैसे बिंदु अहमियत रखते हैं. चुनाव के रुझानों/नतीजों ने एक बात तो साफ कर दी कि कोई भी राजनीतिक पार्टी अब किसानों से पंगा नहीं लेगी.
चुनावी रुझनों पर प्रतिक्रिया के बारे में पूछे जाने पर योगेंद्र यादव ने कहा, मुझे लगता है कि इलेक्टोरल सिस्टम अभी भी काम करता है. इस लोकतंत्र में तंत्र पर लोक की विजय हुई है. मैंने पहले ही कहा था कि बीजेपी अगर 300 से एक भी सीट कम जीतती है तब यह उसके लिए नैतिक हार है, अगर वह 272 से एक भी कम सीट पाती है तब यह राजनीतिक हार है और अगर वह 250 से भी एक सीट जीतती है तब यह निजी हार होगी.
योगेंद्र यादव ने बिना नाम लिए संकेत दिए कि इस बार के नतीजे नरेंद्र मोदी के लिए एक किस्म की निजी हार है. मान लीजिए कि इस बार के एग्जिट पोल सही साबित होते तब किसकी बात होती. मेनस्ट्रीम मीडिया 'मोदी-मोदी' ही चिल्ला रहा होता. ऐसे में सरल लॉजिक है कि जिसे जीत का श्रेय मिला, वही हार के लिए भी जिम्मेदार होगा.
- - - - - - - - - Advertisement - - - - - - - - -