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Maharashtra Survey: महाराष्ट्र के सबसे बड़े और लेटेस्ट सर्वे में INDIA गठबंधन की बंपर जीत, BJP का हाल जानिए
Maharashtra Assembly Elections: जल्द ही महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. लोकसभा चुनाव के बाद से ही इंडिया गठबंधन के हौसले और भी बुलंद होते नजर आ रहे हैं.

महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव को लेकर एक्टिव हो गई महा विकास आघाड़ी
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
जल्द ही महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. यह चुनाव बेहद ही खास होने वाले हैं क्योंकि महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन ने एनडीए को भारी झटका दिया था. और इस चुनाव के बाद से ही इंडिया गठबंधन के हौसले और भी बुलंद होते नजर आ रहे हैं.
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
बीजेपी की रणनीति फेल हुई. शिंदे और अजीत पवार की एनसीपी को लोगों ने असली पार्टी मानने से इनकार कर दिया. जल्द ही विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, जिसको लेकर महायुति और महा विकास अघाड़ी अपने सहयोगी दलों से सीट बंटवारे को लेकर बातचीत कर रही है. महा विकास अघाड़ी में महत्वपूर्ण बिंदु यह है कि सभी सहयोगी दल मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं. महा विकास गाड़ी की सियासत इसी बिंदु के इर्द-गिर्द है कि सबको मिलकर चुनाव लड़ना है.
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
महायुति गठबंधन की बात करें तो भारतीय जनता पार्टी लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन के बाद उभर नहीं पाई है तो वहीं शिंदे गुट की शिवसेना के विधायक उद्धव ठाकरे के गुट में जाना चाहते हैं. वहीं अजीत पवार की एनसीपी के अधिकतर नेता शरद पवार की तरफ जाना चाहते हैं.
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इसी बीच सकाल मीडिया द्वारा किए गए प्री पोल सर्वे में यह बताया गया की महा विकास अघाड़ी महाराष्ट्र में बहुत आगे चल रही है और महायुति का गठबंधन एमवीए से काफी पीछे है. इस रिपोर्ट में बताया गया कि 48.7 फ़ीसदी जनता MVA के पक्ष में है 33.1 फीसदी जनता बीजेपी-शिंदे वाले गठबंधन महायुति को सपोर्ट कर रही है और 4.9% लोग अभी भी अपना मत नहीं रख पाए हैं.
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
अब एमवीए में जाने से किसको फायदा हुआ इसको लेकर जब पूछा गया तो लोगों ने कहा कि कांग्रेस को सबसे ज्यादा फायदा हुआ है, जो कि है 37.8 फीसदी. वहीं बाकी के जो घटक दल है, उनको 30.8 फीसदी फायदा हुआ. शरद पवार को 18.5 फीसदी फायदा हुआ और उद्धव ठाकरे को सबसे कम फायदा हुआ है, जो की है 13.6 फीसदी.
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
37.2 फीसदी लोगों ने शिंदे गुट को सपोर्ट किया. बीजेपी को 22.9 लोगों ने सपोर्ट किया. एनसीपी (अजित पवार) की पार्टी को 8.7 फ़ीसदी लोगों ने सपोर्ट किया और 31.1 फीसदी लोगों ने अन्य पार्टियों को अपना विकल्प चुना.
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
महाराष्ट्र सरकार के मंत्री छगन भुजबल अजित पवार एनसीपी से मंत्री हैं, लेकिन नाराज चल रहे हैं. एक दिन पहले ही छगन भुजबल ने बारामती में शरद पवार के खिलाफ बयान दिया था. इसके 24 घंटे के बाद ही शरद पवार से मिलने उनके आवास पहुंच गए. ऐसे में महाराष्ट्र का सियासी पारा और गरमा गया है. सवाल उठ रहे हैं कि क्या वह शरद पवार के साथ जाने वाले हैं, क्योंकि अजीत पवार के होने के बाद भी वह उनसे नाराज हैं.
Published at : 17 Jul 2024 11:16 AM (IST)
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रुमान हाशमी, वरिष्ठ पत्रकार
Opinion