Nagina Exit Poll Result 2024 : चंद्रशेखर आजाद या कोई और... नगीना सीट से कौन जीत रहा, एग्जिट पोल में चौंकाने वाले आंकड़े
नगीना सीट से इस बार काफी हॉट सीट बनी हुई है, यहां बीजेपी ने ओम कुमार को टिकट दिया है. सपा ने पूर्व जज मनोज कुमार तो बसपा ने सुरेंद्र मैनवाल को मैदान में उतारा है. लेकिन आजाद समाज पार्टी के चंद्रशेखर ने ताल ठोंककर मुकाबले को रोचक बना दिया है.
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View In Appनगीना में मुख्य मुकाबला भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर और भाजपा उम्मीदवार ओम कुमार के बीच ही माना जा रहा है. Axis My India के एग्जिट पोल के मतुाबिक नगीना से चंद्रशेखर आजाद चुनाव जीत सकते हैं.
एक्सिस माय इंडिया के एग्जिट पोल के मुताबिक इस सीट पर चंद्रशेखर को बढ़त मिलती नजर आ रही है. समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के साथ ना देने के बाद भी अगर चंद्रशेखर यूपी की नगीना सीट से जीतने में कामयाब हो जाते हैं तो यह उनके लिए बड़ी कामयाबी मानी जाएगी.
सपा ने चंद्रशेखर का साथ न देकर उनके खिलाफ मनोज कुमार को मैदान में उतार दिया था. माना जा रहा था कि सपा के प्रत्याशी उतारने से चंद्रशेखर के लिए स्थिति मुश्किल हो सकती है, लेकिन अभी तक एग्जिट पोल के नतीजों में चंद्रशेखर ही भारी पड़ते दिख रहे हैं.
एग्जिट पोल में बीजेपी उत्तर प्रदेश में दबदबा कायम करने में कामयाब दिख रही है. सर्वे के मुताबिक यूपी में NDA के पक्ष में 49 फीसदी वोट पड़ा है. वहीं इंडिया गठबंधन के पक्ष में 39 फीसदी वोट पड़ा है. NDA को 67-72 सीटें मिल सकती हैं. INDIA को 8-12 सीटें मिलने का अनुमान है.
यूपी की डुमरियागंज लोकसभा सीट पर भी चंद्रशेखर ने काफी चुनाव प्रचार किया था. यहां से असपा के कैंडिंडेट चौधरी अमर सिंह हैं, जो काफी एक्टिव हैं और पूर्व विधायक भी रह चुके हैं. कुछ एक्सपर्ट का मानना है कि इस सीट पर भी कांटे की लड़ाई बीजेपी और सपा के बीच है, लेकिन बसपा से ज्यादा मजबूती से आजाद समाज पार्टी डुमरियागंज सीट पर उभरकर आई है. आजाद समाज पार्टी ने इस सीट पर काफी बढ़त बनाई है.
कौन हैं ओम कुमार : नोएडा सेक्टर-51 के रहने वाले ओम कुमार नगीना लोकसभा सीट से बीजेपी के टिकट पर लड़े हैं, वह नहटौर सीट से 3 बार के विधायक हैं. ओम की राजनीतिक पारी की शुरुआत वर्ष 2012 में हुई थी. पहली बार बसपा के टिकट पर नहटौर विधानसभा सीट से विधायक बने.
2017 के चुनाव से पहले उन्होंने बसपा का साथ छोड़ दिया और भाजपा में शामिल हो गए. भाजपा ने टिकट दिया और विधायक बन गए. उन्होंने वर्ष 2022 के चुनाव में भी भाजपा के टिकट पर जीत दर्ज कर अपनी हैट्रिक बनाई. राजनीति में आने से पहले ओम कुमार ने कई वर्षों तक सेना में भी काम किया था.अब उनकी टक्कर चंद्रशेखर आजाद से है.
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने मनोज कुमार को यहां से मैदान में उतारा था. वैसे मनोज कुमार के परिवार में कोई भी राजनीति में नहीं है. मनोज ने 15 जून 2006 में महज़ 29 साल की उम्र में पहली पोस्टिंग सिविल जज के तौर पर गाजीपुर में की है.
अभी तक केवल कयास लगाए जा रहे हैं कि कौन जीतेगा, लेकिन असली स्थिति 4 जून को ही क्लियर होगी. नगीना की जनता ने चंद्रशेखर आजाद या बीजेपी के ओम कुमार किसको ज्यादा पसंद किया, ये तो रिजल्ट आने पर ही पता चलेगा.
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