राहुल गांधी का पब्लिक के सामने हो गया 360 मेकओवर? चौंका रहे MOTN सर्वे से रिजल्ट
इंडिया टुडे ग्रुप के लिए सी-वोटर ने मूड ऑफ दि नेशन नाम का सर्वे किया है. पता चला कि अभी उन्हें 49% लोग पीएम के लिए पहली पसंद मानते हैं, जबकि फरवरी 2024 में उन्हें 54% लोग प्रधानमंत्री के लिए पहली चॉइस मानते थे. यानी पीएम मोदी की लोकप्रियता में लगभग छह महीने में पांच फीसदी की गिरावट आई है.
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View In Appताजा सर्वे में राहुल गांधी को 22% लोगों ने पीएम के लिए पहली चॉइस बताया, जबकि छह महीने पहले के सर्वे में उनका नाम सिर्फ 14 फीसदी लोगों ने ही लिया था. ऐसे में उनकी पॉपुलैरिटी में आठ फीसदी का इजाफा नजर आता है. रोचक बात है कि पीएम मोदी की लोकप्रियता पांच फीसदी गिरी, जबकि राहुल गांधी की आठ प्रतिशत बढ़ी है.
यह पूछे जाने पर कि कांग्रेस की अगुवाई के लिए कौन नंबर-1 है? एमओटीएन सर्वे में 49% लोगों ने राहुल गांधी, सात फीसदी ने सचिन पायलट (राजस्थान में कांग्रेस के बड़े नेता, जिनका पूर्व सीएम अशोक गहलोत से लंबा विवाद चला), छह प्रतिशत ने प्रियंका गांधी वाड्रा (राहुल गांधी की बहन) और चार प्रतिशत ने मौजूदा कांग्रेस चीफ मल्लिकार्जुन खरगे का नाम लिया.
राहुल गांधी और बहन प्रियंका गांधी वाड्रा में कौन बेहतर है? इस सवाल पर लोगों ने भाई को ही ऊपर बताया. सर्वे में हिस्सा लेने वाले 55% लोगों ने राहुल गांधी का नाम लिया, जबकि 17 प्रतिशत की राय में इस मामले में प्रियंका गांधी वाड्रा आगे हैं.
एमओटीएन सर्वे के मुताबिक, 27% लोग मानते हैं कि लोकसभा में विपक्ष के नेता के रूप में राहुल गांधी का प्रदर्शन अच्छा रहा. हालांकि, 24% का मानना है कि उनकी परफॉर्मेंस बहुत अच्छी रही, जबकि इतने ही लोगों ने बताया कि उनका प्रदर्शन खराब रहा. 19% की राय में उनका प्रदर्शन औसत था.
विपक्ष में कांग्रेस कैसा कर रही है? यह पूछे जाने पर एमओटीएन सर्वे में 26% ने अच्छा, 20% ने औसत, 18% ने बहुत अच्छा और 14% ने खराब कहा. सर्वे के नतीजों के बाद कुछ राजनीतिक एक्सपर्ट्स, सेफोलॉजिस्ट्स और पॉलिटिकल पंडितों ने कहा कि राहुल गांधी की इमेज का पब्लिक के बीच मेक-ओवर हो चुका है. लोग उन्हें अब पहले जैसा राहुल गांधी नहीं मानते हैं.
जिन वजहों से राहुल गांधी की इमेज बदली है, उनमें कारकों में कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा, बार-बार बड़े मुद्दों को उठाते रहना, जमीन से जुड़े रहना और लोकसभा में विपक्ष के नेता के रूप में खुलकर बात रखना आदि शामिल है.
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