लोकसभा के बाद अब UP उपचुनाव में भी लगेगा BJP को झटका! जिन तीन सीटों पर पिछली बार जीती क्या है वहां समीकरण
लोकसभा चुनाव में विधायकों के जीतने के बाद विधानसभा की कुल 10 सीटें खाली हो गई थी. इनमें भाजपा के विधायकों ने जहां जीत हासिल की थी उनके नाम फूलपुर, खैर और गाजियाबाद विधानसभा सीटें है. इधर सीएम योगी आदित्यनाथ ने यूपी उपचुनाव की तैयारी शुरू कर दी है. सीएम योगी ने दस सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए 30 मंत्रियों को अपनी टीम बना ली है. जो पूरी जिम्मेदारी को संभालेंगी.
Download ABP Live App and Watch All Latest Videos
View In Appयूपी की फूलपुर विधानसभा सीट से प्रवीण सिंह पटेल के सांसद बनने के बाद अब इस सीट पर उपचुनाव होना है. जबकि, फूलपुर लोकसभा सीट से मौजूदा सांसद प्रवीण सिंह पटेल दो बार से विधायक हैं. प्रवीण ने इस सीट पर 2017 और 2022 में भाजपा के टिकट पर चुनाव जीता है. हालांकि, इस सीट पर कड़े मुकाबले के आसार नजर आ रहे हैं. इस दौरान सपा और बीजेपी की सीधी टक्कर होगी. वहीं, फूलपुर विधानसभा में बड़ी संख्या में दलित मतदाता है. यहां पर कुल 406028 मतदाता है, जिसमें पुरुष 222447, महिला 183517 है. जबकि, अनसूचित जातीय लगभग 75 हजार है. वहीं, यादव 70 हजार, पटेल 60 हजार, ब्राह्मण 45 हजार, मुस्लिम 50 हजार, निषाद 22 हजार, वैश्य 16 हजार, क्षत्रीय 15 हजार मतदाता है.
उत्तर प्रदेश की गाजियाबाद सीट बीजेपी की सेफ सीटों में गिनी जाती है. गाजियाबाद विधानसभा सीट पर 2017 से बीजेपी का कब्जा बरकरार है. 2017 और 2022 विधानसभा चुनाव में यहां से बीजेपी उम्मीदवार अतुल गर्ग जीते थे. 2022 विधानसभा चुनाव में अतुल गर्ग ने यहां से करीब एक लाख वोटों से जीत दर्ज की थी. लेकिन लोकसभा चुनाव में अतुल गर्ग इस विधानसभा सीट से 63,256 वोट की लीड ही ले पाए. यहां वैश्य, एससी वोटर निर्णायक भूमिका में हैं. इस सीट पर दलित और मुस्लिम मिलकर जीत-हार तय करते हैं, जिसमें दलित और मुस्लिम मिलाकर एक लाख से ज्यादा वोटर हैं.
अलीगढ़ की खैर विधानसभा सीट भी बीजेपी विधायक अनूप प्रधान के इस्तीफे के बाद खाली हो गई है. अनूप प्रधान हाथरस से सांसद चुने गए हैं. उन्होंने 2,47,318 वोटों से जीत दर्ज की है. इस लोकसभा चुनाव के नतीजों को देखें तो यहां पर सपा को 95,391 वोट मिले वहीं बीजेपी को 93,900 वो़ट मिले. सपा यहां से 1491 वोटों से आगे रही. लोकसभा चुनाव के नतीजों के मुताबिक उपचुनाव में यहां सपा का पलड़ा भारी रह सकता है. जबकि 2022 में खैर सीट पर बीजेपी के अनुप प्रधान बाल्मीकि ने बसपा के चारु कैन को 74 हजार से ज्यादा वोटों से हराया था.
जिन 10 विधानसभा सीटों पर उप चुनाव होने हैं, उनमें गाजियाबाद सदर, मिल्कीपुर, कटेहरी, फूलपुर, मझवां, मीरापुर, खैर और कुंदरकी विधानसभा सीट शामिल हैं. इनमें से पांच सीटों पर समाजवादी पार्टी का कब्जा था. जबकि तीन सीटें बीजेपी और एक एक सीट निषाद पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल के पास थी. इनमें से 9 ऐसी हैं, जहां के विधायक सांसद बने हैं जबकि सीसामऊ पर सपा विधायक इरफान सोलंकी को सजा के बाद सदस्यता जाने के चलते चुनाव होगा.
सीएम योगी आदित्यनाथ के आवास 5 कालीदास मार्ग पर स्पेशल 30 मंत्रियों के साथ बैठक हुई. जिसमें मुख्यमंत्री ने सभी सीटों का मंत्रियों से फ़ीडबैक मांगा. इसके साथ ही आगे की रणनीति को लेकर भी चर्चा की. इस बैठक में मुख्यमंत्री ने 30 मंत्रियों की टीम बनाई है. इनमें से उपचुनाव वाली हर एक सीट पर दो से तीन मंत्रियों को प्रभारी बनाया गया है. सीएम योगी की टीम में कैबिनेट और राज्यमंत्रियों को शामिल किया गया है.
वहीं, सीएम योगी की स्पेशल 30 टीम में करहल सीट से जयवीर सिंह, मिल्कीपुर में सूर्य प्रताप शाही और मयंकेश्वर शरण सिंह, कटेहरी में स्वतंत्र देव सिंह और आशीष पटेल, सीसामऊ में सुरेश खन्ना और संजय निषाद, फूलपुर में दया शंकर सिंह और राकेश सचान, मझवां में अनिल राजभर, गाजियाबाद सदर में सुनील शर्मा, मीरापुर में अनिल कुमार और सोमेंद्र तोमर, खैर में लक्ष्मी नारायण चौधरी और कुंदकरी में धर्मपाल सिंह और जेपीएस राठौर शामिल हैं.
- - - - - - - - - Advertisement - - - - - - - - -