Nameplate Controversy: अखिलेश, डिंपल से मायावती तक... कांवड़ यात्रा को लेकर CM योगी के आदेश पर ऐसा क्या कहा कि हिल गई BJP?
कावड़ यात्रा को लेकर सीएम योगी ने बड़ा आदेश जारी कर दिया, जिसके बाद यूपी के सियासत में मानों भूचाल आ गया. योगी के फैसले पर सपा प्रमुख और सांसद अखिलेश यादव, सपा से सांसद डिंपल यादव और बसपा सुप्रीमो मायावती भड़क गईं. इसके बाद विपक्षियों ने मिलकर यूपी की योगी सरकार पर जमकर हमला बोले. निशाना साधते हुए मायावती ने क्या कहा यह हम आपको बताएंगे, लेकिन सबसे पहले कावड़ यात्रा को लेकर सीएम योगी का आदेश जान लीजिए.
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View In Appदरअसल, 22 जुलाई से सावन का महीना शुरू हो रहा है. सावन के पहले दिन से कावड़ यात्रा शुरू हो जाएगी. कांवड़िए हरिद्वार के लिए निकल पड़ेंगे, लेकिन यात्रा से पहले ही यूपी पुलिस के एक आदेश से विवाद शुरू हो गया. आदेश था कावड़ यात्रा वाले रूट पर पड़ने वाली दुकानें, ठेले और ढाबों के बाहर दुकानदार और दुकान में काम करने वाले लोगों का नाम लिखना होगा. वहीं हलाल सर्टिफिकेशन वाले प्रोडक्ट बेचने वालों पर कार्रवाई की जाएगी. इस आदेश के बाद कावड़िए नाम देखकर जान सके कि वह किस दुकान से सामान ले रहे हैं.
यूपी के अलग-अलग जिलों में पुलिस के द्वारा यह आदेश जारी होने लगा, जिस पर विपक्ष ने सवाल उठा दिए. समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने भी इसका जमकर विरोध किया. यही नहीं सपा नेता डिंपल यादव ने भी सरकार के फैसले पर सवाल उठा दिया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी अभी भी नहीं सीख पाई है कि जनता को जो असुविधा हुई है उसका ये लोग निवारण नही कर पा रहे हैं.
इस फैसले पर बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने कई सवाल खड़े कर दिए. एक्स पर मायावती ने लिखा कि यूपी और उत्तराखंड सरकार द्वारा कांवड़ मार्ग के व्यापारियों को अपनी-अपनी दुकानों पर मालिक व स्टाफ का पूरा नाम प्रमुखता से लिखने वह मांस बिक्री पर भी रोक का यह चुनावी लाभ हेतु आदेश पूर्णतया संवैधानिक है. धर्म विशेष के लोगों का इस प्रकार से आर्थिक बायकाट करने का प्रयास अति नंदिनी है. कुल मिलाकर मायावती ने फैसले को पूरी तरह से असंवैधानिक बताया और इसे चुनावी लाभ के लिए मुद्दा बता दिया.
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