Yogi Adityanath: जिस अयोध्या में हारी BJP, वहां योगी आदित्यनाथ का फोकस! UP उप-चुनाव से पहले CM आधी रात को किससे मिलने पहुंचे?
योगी आदित्यनाथ फिलहाल दो दिन के अयोध्या दौरे पर हैं. मंगलवार को दौरे के पहले दिन उन्होंने अहम और व्यस्त प्रशासनिक कार्यक्रमों के बीच स्थानीय साधु-संतों और धर्माचार्यों से भेंट की.
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View In Appसंतों और धर्माचार्यों के साथ यूपी सीएम की यह मुलाकात सरयू अतिथि गृह में रात को हुई. ध्यान देने वाली बात है कि इस दौरान मुख्यमंत्री ने नब्ज टटोली और संतों से उनकी समस्याएं भी पूछीं.
यूपी सीएम भव्य राम मंदिर भी पहुंचे, जहां उन्होंने रामलला के आगे शीश नवाया. उन्होंने दर्शन-पूजन के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर बताया कि राम की कृपा ही जीवन का आधार है.
समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट में प्रदेश सरकार के बयान के हवाले से बताया गया कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में चल रहे विकास कार्यों का मंगलवार देर रात तक जायजा लिया.
मुख्यमंत्री ने साकेत सदन (अफीम कोठी) का निरीक्षण भी किया और चल रहे पुनःनिर्माण कार्यों के संदर्भ में डिटेल्स जुटाए. उन्होंने अफसरों को निर्देश दिया कि वहां के सभी काम टाइम पर हों.
उप-चुनाव के लगभग दो माह पहले अयोध्या जाकर सियासी माहौल समझना और जनता के बीच पॉजिटिव मैसेज देने की कोशिश करना योगी आदित्यनाथ की सोची-समझी रणनीति को दर्शाता है.
योगी आदित्यनाथ के लिए उप-चुनाव अग्निपरीक्षा से कम नहीं होंगे. सियासी जानकारों की मानें तो खासकर अयोध्या के तहत आने वाली मिल्कीपुर सीट पर उनके लिए करो या मरो की स्थिति होगी.
मिल्कीपुर उप-चुनाव इसलिए भी सीएम योगी के लिए और अहम हो जाता है क्योंकि वहां कुछ ही समय पहले आम चुनाव में बीजेपी को मुंह की खानी पड़ी थी. वहां सपा के प्रत्याशी की जीत हुई थी.
राजनीतिक जानकारों की मानें तो अयोध्या में बीजेपी की शर्मनाक हार के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने बीजेपी के स्थानीय नेताओं से कहा कि वह मिल्कीपुर उपचुनाव के लिए खुद रणनीति बनाएंगे.
बताया गया कि सीएम मिल्कीपुर उप-चुनाव के प्रचार की निगरानी भी करेंगे. एक्सपर्ट्स का मानना है कि योगी आदित्यनाथ को अंदर ही अंदर हार का जख्म दर्द दे रहा है, जिसे वह मिटाना चाहते हैं.
नाक का सवाल बन चुके मिल्कीपुर उप-चुनाव के जरिए योगी आदित्यनाथ न सिर्फ हार के जख्म को ठीक करना चाहेंगे बल्कि नेतृत्व पर सवाल खड़े करने वालों को भी इसके जरिए जवाब देना चाहेंगे.
चूंकि, यूपी उप-चुनाव के नतीजे सिर्फ परिणाम भर नहीं होंगे. वे यूपी की सियासत का भविष्य और योगी आदित्यनाथ के पॉलिटिकल परफॉर्मेंस को भी परिभाषित करने का पूरा-पूरा माद्दा रखेंगे.
लोकसभा चुनाव 2024 में फैजाबाद (अयोध्या) से बीजेपी के लल्लू सिंह को 54567 वोटों के अंतर से सपा के अवधेश प्रसाद ने हराया था. उनके सांसद चुने जाने के चलते मिल्कीपुर सीट खाली हुई है.
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