UP By Polls: जो सपा-कांग्रेस हैं साथ, क्या उनकी बिगड़ जाएगी बात? यहां सहयोगी ही बिछाना चाहता है बिसात
दरअसल, प्रदेश की 10 विधानसभा सीटों पर उप-चुनाव होना है, जिनमें कानपुर के तहत आने वाली सीसामऊ सीट भी शामिल है.
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View In Appयूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली सपा दावा करती आई है कि यह उनके दल की परंपरागत विधानसभा सीट रही है.
कांग्रेस नेता ने कहा कि परिसमन बदला तो संजीव दरियाबादी हारे. फिर सपा कांग्रेस गठबंधन के बाद इरफान सोलंकी विधायक बने.
इस बीच, सहयोगी दल कांग्रेस भी वहां पर प्रत्याशी लाने की तैयारी में नजर आ रहा है. पार्टी के स्थानीय नेताओं ने इसके संकेत दिए.
कानपुर कांग्रेस के अध्यक्ष नौशाद आलम मंसूरी ने 'टीवी9 नेटवर्क' से कहा, यह सीट कांग्रेस की थी. हम इसके लिए मांग करेंगे.
नौशाद आलम मंसूरी बोले, सीसामऊ कांग्रेस की परंपरागत सीट है. संजीव दरियाबादी और उनकी मां यहां से दो-दो बार MLA रहे.
कांग्रेस नेता ने कहा कि परिसमन बदला तो संजीव दरियाबादी हारे. फिर सपा कांग्रेस गठबंधन के बाद इरफान सोलंकी विधायक बने.
नौशाद आलम मंसूरी के मुताबिक, 10 में कम से कम तीन सीटें कांग्रेस को मिलनी चाहिए. हम चाहते हैं कि सीसामऊ भी हमें मिले.
कानपुर कांग्रेस चीफ बोले कि हम पूरी ताकत के साथ जमीन पर काम कर रहे हैं. वॉर्ड्स में जाकर नए कार्यकर्ता और नेता जोड़ रहे हैं.
नौशाद मंसूरी बोले कि वे लोग कांग्रेस हाईकमान को इस सीट के बारे में बताएंगे. जो तय होगा, वे गठबंधन धर्म के तहत उसे निभाएंगे.
कांग्रेस नेता ने कहा कि जब आपको लंबे समय तक गठबंधन चलाना होता है तब कुछ छोड़ना भी पड़ता है और कुछ देना भी पड़ता है.
सीसामऊ से क्या आलोक मिश्रा कांग्रेस के उम्मीदवार होंगे? यह पूछे जाने पर कांग्रेस नेता बोले कि नहीं. उनकी लड़ने की मंशा नहीं है.
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