Akhilesh Yadav vs Imran Masood: सहारनपुर में कांग्रेस का हाथ ‘छोड़’ इमरान मसूद को झटका देगी सपा! अखिलेश यादव ने बना लिया पूरा प्लान
लोकसभा चुनाव में मिली सफलता को देखते हुए दोनों दल अब तीन साल बाद होने वाले विधानसभा चुनाव में भी साथ लड़ने की बात कह रहे हैं, लेकिन कुछ मामलों में दोनों पार्टियों के बीच सबकुछ ठीक नजर नहीं आ रहा है.
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View In Appदरअसल, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने शुक्रवार (5 जुलाई 2024) को बसपा के पूर्व नेता और पूर्व सांसद हाजी फजलुर्रहमान को सपा जॉइन कराई.
इस जॉइनिंग के बाद अब चर्चा हो रही है कि अगर सपा और कांग्रेस के बीच सबकुछ ठीक है तो सपा ने उस नेता को अपनी पार्टी में क्यों लिया है, जिससे कांग्रेस के नेता और सहारनपुर से मौजूदा सांसद इमरान मसूद से टकराहट रही है.
एक्सपर्ट कहते हैं कि अब जबकि अखिलेश यदाव ने फजलुर्रहमान को पार्टी में शामिल किया है तो माना जा रहा है कि सहारनपुर में अब दोनों दलों के बीच अपनी-अपनी चलाने को लेकर टकराहट होगी.
दरअसल, सहारनपुर को लेकर अखिलेश यादव को लगता है कि ये सपा की जमीन है. यहां से उनके दो विधायक भी हैं. यही वजह है कि फजलुर्रहमान को उन्होंने पार्टी जॉइन कराई है.
इसके अलावा इमरान मसूद यहां अपनी चलाना चाहते हैं.. उनकी एक अलग फैन फॉलोइंग है. वह अपनों के लिए लड़ते रहे हैं. उनकी अखिलेश यादव से भी नहीं बनती है.
फजलुर्रहमान बड़े कारोबारी हैं. कई स्लॉटर हाउस के मालिक हैं. उनकी गिनती सहारनपुर के सबसे रईस आदमी में होती है. इलाके में इनकी पहचान शरीफ आदमी के रूप हुई है. वह समय समय पर गरीबों की शादी कराते रहे हैं. पॉलिटिकल फंडिंग में भी उनका काफी योगदान रहता है.
समाजवादी पार्टी अब फजलुर्रहमान के आने से खुद को यहां सेट करने में लगी है. वहीं दूसरी तरफ ये भी चर्चा हो रही है कि मीरापुर उपचुनाव के लिए सपा ने ये कदम उठाया है.
हालांकि एक्सपर्ट का कहना है कि सपा इमरान मसूद के जीतने के बाद कांग्रेस को यहां फ्री हैंड देगी, इसकी उम्मीद बहुत कम है. वहीं कांग्रेस भी इस बेल्ट से खुद को बैकफुट पर नहीं डालेगी.
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