आम चुनाव में न्यूट्रल नहीं थे योगेंद्र यादव: खुद की भविष्यवाणी को बताया तुक्का, मुसलमानों का जिक्र कर कह दी बड़ी बात!
'बीबीसी हिंदी' को दिए इंटरव्यू में योगेंद्र यादव ने वैधानिक चेतावनी देते हुए बताया कि वह किसी न्यूट्रैलिटी का दावा नहीं करते हैं.
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View In Appयोगेंद्र यादव के अनुसार, आम चुनाव 2024 में हिंदुस्तान का संविधान, लोकतंत्र और आत्मा दांव पर थी, इसलिए वह न्यूट्रल नहीं थे.
चुनावी भविष्यवाणी सही साबित होने से जुड़े सवाल पर योगेंद्र यादव ने कहा कि वह तुक्का था. सफल होने पर लोग बड़ी बातें करते हैं.
स्वराज अभियान से जुड़े हुए योगेंद्र यादव ने कहा कि सरकार सिर्फ डंडे से नहीं चलती है. वह इकबाल और स्वीकार्यता से चलती है.
बातचीत के दौरान योगेंद्र यादव ने कहा कि एनडीए की सरकार तो बनी है पर इकबाल चला गया है. उनके पास नंबर्स हैं पर मैंडेट नहीं है.
योगेंद्र यादव के मुताबिक, अब सांस लेने की गुंजाइश बनेगी. मैं मुस्लिम दोस्तों-परिवारों को जानता हूं कि कैसे उनके बीते 10 साल कटे हैं.
राजनीतिक कार्यकर्ता बोले कि सरकार नहीं बदली पर 'ये तो रगड़ देंगे' वाला खौफ (मोदी सरकार के पिछले दो कार्यकाल में मुस्लिम समुदाय के बीच) चला गया है. पहले लोगों का दिल धुक-धुक करता था.
जन किसान आंदोलन में सक्रिय रहे योगेंद्र यादव ने कहा कि देश का हर नागरिक अल्पसंख्यक है. सेक्युलरिज्म बचाना सिर्फ मुस्लिमों का बोझ नहीं है.
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