इस ताकतवर शख्स से बिग बी को दोस्ती पड़ी थी भारी, जानिए क्यों 15 साल के लिए देश के मीडिया ने कर दिया था बैन ?
इंडियन फिल्म इंडस्ट्री के सबसे बड़े सुपरस्टार्स में शुमार अमिताभ बच्चन ने बॉलीवुड में पांच दशक से ज्यादा काम किया है. एंग्री यंग मैन से इंडस्ट्री और भारतीय दर्शकों को रूबरू कराने वाला ये स्टार आज भी बखूबी उसी जोश के साथ सिनेमा को नई पहचान दे रहा है. लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि एक लंबा दौर ऐसा भी था जब भारतीय मीडिया ने बिग बी को बैन कर दिया था. आखिर ऐसा किस वजह से हुआ था, आज ये किस्सा आपको बताएंगे.
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View In Appदरअसल देश में इमरजेंसी के दौर में इंडियन मीडिया ने एकजुट होकर अमिताभ बच्चन के बॉयकॉट का फैसला लिया था. अमिताभ बच्चन और राजीव गांधी के बीच अच्छी दोस्ती थी. उस दौर में इंदिरा गांधी ने जब इमरजेंसी का ऐलान किया और मीडिया पर पाबंदियां लगाई गईं तो पत्रकारों ने समझा कि इसके पीछे अमिताभ बच्चन की भी सलाह है.
मैगजीन एडिटर्स ने सोचा कि अमिताभ बच्चन गांधी फैमिली के करीबी हैं और इस फैसले में उनकी भी भूमिका हो सकती है. इसके बाद तमाम मीडिया संस्थानों ने अनाधिकारिक तौर पर अमिताभ बच्चन से दूरी बनाने का फैसला किया और उनकी खबरों को अखबारों और मैगजीन्स में छापना बंद कर दिया गया.
खास बात ये कि काफी वक्त तक अमिताभ बच्चन को इस बारे में भनक तक भी नहीं लगी थी. दरअसल ये पूरा वाकया 1977 में इंदिरा गांधी के इलेक्शन हारने के बाद शुरू हुआ था. लेकिन जैसे ही अमिताभ बच्चन को अपने ऊपर लगे इस बैन के बारे में खबर लगी तो उन्होंने ठान लिया कि वो ना तो किसी मैगजीन के लिए शूट करेंगे और ना ही किसी को इंटरव्यू देंगे.
मामला इतना बढ़ गया था कि अगर किसी इवेंट में अमिताभ बच्चन की तस्वीर आ भी जाती थी तो एडिटोरियल डेस्क पर अमिताभ बच्चन को क्रॉप कर तस्वीर से हटा दिया जाता था. अमिताभ बच्चन ने भी एक तरह से इस बैन को स्वीकार कर लिया था और वो खुद भी इवेंट्स में फोटोशूट के मौके पर अलग हटकर खड़े हो जाते थे.
हालांकि ये 15 साल लंबा सिलसिला खत्म हुआ साल 1982 में फिल्म कुली की शूटिंग में अमिताभ बच्चन के गंभीर तौर पर जख्मी होने के बाद. दरअसल देशभर में अमिताभ बच्चन के लिए लोग दुआएं कर रहे थे. लगातार आ रही खबरों को एडिटर्स दरकिनार ना कर सके और बैन खत्म करने का फैसला किया गया.
इस बीच स्टारडस्ट के मालिक नारी हीरा ने फैसला किया कि अमिताभ बच्चन पर स्पेशल एडिशन छापा जाए. साथ ही उन्होंने अस्पताल जाकर अमिताभ से मुलाकात भी की. अमिताभ बच्चन ने उनसे पूछा भी कि आपने तो मुझे बैन किया था फिर स्पेशल एडिशन क्यों, इसके जवाब में नारी हीरा ने कहा कि हम चाहते थे आप हार जाएं, मर नहीं जाएं.
हालांकि 1989 में बोफोर्स घोटाले के वक्त अमिताभ बच्चन का भी नाम उछला. इसके बाद अमिताभ बच्चन ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई और साफ किया कि मैं काफी पहले राजनीति छोड़ चुका हूं और इमरजेंसी के दौरान मीडिया पर पाबंदी में भी मेरी कोई भूमिका नहीं थी. इसके बाद उनके ऊपर लगाए गए बैन को मीडिया संस्थानों ने पूरी तरह से खत्म कर दिया था.
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