जिसकी आहट से हीरो भी कांपते थे, मरने से पहले वो विलेन बेटे को बोलकर गया था ये चार शब्द, बीमारी में भी नहीं छोड़ा काम
बॉलीवुड में विलेन की कभी कमी नहीं देखने को मिली है. गुजरे जमाने में कई विलेन काफी मशहूर हुए. कई विलेन तो ऐसे थे जिनकी आहट से हीरो भी कांप जाया करते थे. कई बार विलेन को हीरो से भी ज्यादा पॉपुलैरिटी और प्यार मिलता था. ऐसे ही एक बेहतरीन और खूंखार विलेन के बारे में हम आपसे बात कर रहे हैं.
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View In Appजिस दिग्गज विलेन के बारे में हम आपको बता रहे है वो है अमरीश पुरी साहब. अमरीश पुरी जैसा कोई और नहीं हुआ. अमरीश पुरी ने अपने काम से हर किसी का दिल जीता. फिल्मों में उन्होंने पॉजिटिव रोल भी किए. हालांकि विलेन के रोल निभाकर जो शोहरत उन्होंने पाई अपने आप में वो एक करिश्मा है.
अमरीश पुरी सालों पहले यह दुनिया छोड़ चुके हैं. हालांकि वे अपनी फिल्मों और बेहतरीन एक्टिंग के चलते आज भी लोगों के दिलों में जिंदा है. उनकी रौबदार आवाज, लंबी-चौड़ी कद-काठी और बेहतरीन अदाकारी हर किसी का दिल जीत लिया करती थी. 22 जून को ही साल 1932 में उनका जन्म हुआ था. आज उनकी 92वीं बर्थ एनिवर्सरी है. लेकिन क्या आप जानते है कि मौत से पहले उन्होंने अपने बेटे राजीव से क्या कहा था. उनके आखिरी शब्द क्या थे.
अमरीश पुरी मायलोइड्सप्लास्टिक सिंड्रोम से पीड़ित थे. उनके बेटे ने 'फिल्मफेयर' को दिए एक इंटरव्यू में बताया था कि साल 2003 में फिल्म 'जाल द ट्रैप' की शूटिंग के समय अमरीश साहब का एक्सीडेंट हो गया था. उन्हें गंभीर चोट लगी. उनका खून भी काफी बह गया था. तब उन्हें खून चढ़ाया गया. वहां कुछ गड़बड़ी हो गई थी.
अमरीश पुरी के बेटे राजीव ने बताया था कि, ''इसकी शुरुआत कमजोरी और कम भूख से हुई. जब उन्हें अपनी बीमारी के बारे में पता चला तो वह हिल गए. लेकिन उनके पास दृढ़ इच्छाशक्ति थी. वह दुनिया के सामने एक मजबूत पक्ष पेश करना चाहते थे.''
उन्होंने आगे कहा था कि, ''पिताजी उत्सुक थे. 2003 में उनकी बीमारी का पता चला और 15 दिसंबर 2004 तक उन्होंने अस्वस्थ होने के बावजूद अपनी सभी फिल्में- कच्ची सड़क, मुझसे शादी करोगी, हलचल, किसना और एतराज पूरी कर लीं.''
वहीं राजीव ने अपने पिता के अंतिम शब्द भी बताए. उन्होंने इंटरव्यू में कहा था कि उन्होंने अपने पिता से पूछा था कि उन्हें कैसा महसूस हो रहा है तो अमरीश पुरी ने कहा था कि, ''कल से बेहतर हूं.' राजीव ने बताया फिर एक दिन वह घर पर गिर गए और 12 जनवरी 2005 को उनका निधन हो गया.''
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