डेब्यू फिल्म से बन गई थी सुपरस्टार, एक्सीडेंट ने बर्बाद की जिंदगी, कोमा में रही, याददाशत भी गई, अब पहचानना भी मुश्किल
ये अदाकारा कोई और नहीं अनु अग्रवाल हैं. महेश भट्ट द्वारा निर्देशित, 1990 की रिलीज़ ‘आशिकी’ से राहुल रॉय और अनु अग्रवाल ने बॉलीवुड में डेब्यू किया था. इस फिल्म की सफलता के बाद दोनों बड़े स्टार बन गए थे नदीम श्रवण द्वारा कंपोज इस फिल्म के साउंडट्रैक नज़र के सामने, धीरे-धीरे से, बस एक सनम चाहिए, और जाने जिगर जानेमन सुपर-डुपर हिट रहे थे. इन गानों की बदौलत ये सबसे ज्यादा बिकने वाला एल्बम भी बन गया था.
Download ABP Live App and Watch All Latest Videos
View In App‘आशिकी’ से अनु अग्रवाल रातों रात स्टार बन गई थीं. इसके बाद वे किंग अंकल, खल-नायिका और जन्म कुंडली जैसी कुछ अन्य फिल्मों में नजर आईं.
हालांकि उनमें से कोई भी ‘आशिकी’ की सफलता की बराबरी नहीं कर सकी. एक्ट्रेस ने कई बार यहां तक कहा है कि उन्हें उनके सांवले लुक के लिए ट्रोल किया गया था. अपने डेब्यू के छह साल बाद अनु चुपचाप एक्टिंग से दूर चली गईं थीं.
दरअसल 1999 में, एक्ट्रेस एक भयानक कार एक्सीडेंट का शिकार हो गई थीं. जिसके बाद उनकी जिंदगी बर्बाद हो गई.
एक्ट्रेस इतने भयानक एक्सीडेंट का शिकार हुई थीं कि वे 29 दिनों तक कोमा में रहीं और उनकी याददाश्त भी चली गई थी.
बॉलीवुड बबल को दिए एक इंटरव्यू में अनु अग्रवाल ने बताया कि वे एक दिन पार्टी से आ रही थीं और उसी दौरान उनकी कार का एक्सीडेंट हो गया था. उस समय वे 30 साल की थीं. अनु ने बताया था कि हादसे में उन्हें काफी गंभीर चोटें आई थी. उन्हें लकवा हो गया था. उनकी रिकवरी में 3 साल का समय लगा इस दौरान उन्होंने काफी दर्द झेले. उनकी कई सर्जरी और उनका चेहरा भी बदल गया.
इंडियन एक्सप्रेस के साथ एक इंटरव्यू के दौरान अनु अग्रवाल ने खुलासा किया था कि याददाश्त खोने के बाद जब उन्होंने फिल्म देखी तो उन्हें आशिकी के बारे में कुछ भी याद नहीं था. उन्होंने कहा था, एक्सीडेंट के बाद जब मेरी याददाश्त चली गई तो मैंने फिल्म देखी.मेरी मां ने इसे मेरे लिए चलाया, लेकिन मैं इससे बिल्कुल भी जुड़ नहीं पाई. मैं स्क्रीन पर मौजूद लड़की से खुद को जोड़ नहीं पाई! मेरी मां ने कहा, 'वह तुम हो!' मैं बस एक बच्चे की तरह इसे देखती रही, लेकिन उस समय आशिकी 2 आ गई थी. इसलिए उन्होंने उस फिल्म को फिर मेरे लिए चलाया लेकिन मुझे कुछ समझ में नहीं आया. उन्होंने कहा, 'देखो यह तुम्हारी फिल्म आशिकी थी और अब उन्होंने आशिकी 2 बनाई है.' मैंने उनसे पूछा, '2 क्या है?' क्योंकि मैं नंबर्स को नहीं जानती था, एक, दो, तीन क्या होता था, यही मेरी स्थिति थी.
अनु 2001 में एक साधु के रूप में रहने के लिए पहाड़ों पर चली गईं. 2015 में, एक्ट्रेस ने अपना मेमॉयर ‘अनुसुअल: मेमॉयर ऑफ ए गर्ल हू केम बैक फ्रॉम द डेड’ लिखा, जिसमें उन्होंने अपने फिल्मी करियर को अपनी लाइफ का सबसे दुखद समय कहा.
अनु 2001 में एक साधु के रूप में रहने के लिए पहाड़ों पर चली गईं. 2015 में, एक्ट्रेस ने अपना मेमॉयर ‘अनुसुअल: मेमॉयर ऑफ ए गर्ल हू केम बैक फ्रॉम द डेड’ लिखा, जिसमें उन्होंने अपने फिल्मी करियर को अपनी लाइफ का सबसे दुखद समय कहा.
हेल्थशॉट्स.कॉम से बात करते हुए, उन्होंने यह भी खुलासा किया कि उन्होंने इंडस्ट्री क्यों छोड़ी, उन्होंने कहा, जब लोग सफलता का स्वाद चखते हैं, तो स्टारडम के चक्र में फंसना आसान होता है. लेकिन मैंने इससे बाहर निकलने का ऑप्शन चुना और पहले से कहीं ज्यादा मुझे इसकी जरूरत थी. मैं अपने आप को बेहतर तरीके से जानना चाहता था, जो एक एक्ट्रेस के रूप में मेरी भूमिका से परे है. मुझे योग में राहत मिली और आज मेरी कोशिश लाइफ जीने के इस विचार के लिए ज्यादा से ज्यादा लोगों को अवेयर करना है.
अनु अग्रवाल अब मुंबई में रहती हैं, योग करती हैं और इंस्टाग्राम पर भी एक्टिव रहती हैं. अब वह एक्टिंग में भी कमबैक करना चाह रही हैं और इसके लिए फिल्म निर्माताओं से मिल रही हैं.
- - - - - - - - - Advertisement - - - - - - - - -