Birthday Special: जब राम भजन गाने पर रोक दी गई थीं मालिनी अवस्थी, खुलासे के बाद मच गया था हंगामा
11 फरवरी 1967 के दिन उत्तर प्रदेश के कन्नौज में जन्मी मालिनी अवस्थी हिंदी और अवधी गानों के अलावा ठुमरी और काजरी में भी प्रस्तुति देती हैं. गायन के क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए उन्हें 2016 में पद्म श्री से सम्मानित किया गया था.
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View In Appमालिनी अवस्थी भातखंडे विश्वविद्यालय, लखनऊ से हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत में पोस्ट ग्रेजुएट किया और गोल्ड मेडलिस्ट बनीं. उन्होंने मध्यकालीन और आधुनिक भारतीय वास्तुकला लखनऊ विश्वविद्यालय से एमए आधुनिक इतिहास में भी गोल्ड मेडल हासिल किया था.
वह बनारस घराने की महान हिंदुस्तानी शास्त्रीय गायिका, पद्म विभूषण विदुषी गिरिजा देवी की गंडा बंद की शिष्या हैं. उनकी शादी सीनियर आईएएस अवनीश कुमार अवस्थी से हुई.
लोक गायिकी के क्षेत्र में मालिनी अवस्थी का देश भर में कोई सानी नहीं है. उन्होंने लोक गीतों को बढ़ाने में अहम योगदान दिया. एक बार मालिनी अवस्थी को दूरदर्शन के एक कार्यक्रम के लिए बुलाया गया था.
कहा जाता है कि जब उन्होंने राम भजन गाना शुरू किया, जिसमें राम के अयोध्या में जन्म का वर्णन था तो उन्हें गाने से रोक दिया गया. मालिनी का आरोप था कि उनके गाने के बीच में ही कट बोल दिया गया. साथ ही, कहा गया कि अगर यही गाना है तो आप यह बात हटा दीजिए कि राम अयोध्या में जन्मे हैं.
मालिनी ने इसका जिक्र एक चैनल के कार्यक्रम में किया था. वहीं, 2018 के दौरान ट्विटर पर भी अपना दर्द बयां किया था. मालिनी के मुताबिक, अधिकारियों का कहना था कि हम ऊपर से आने वाले ऑर्डर फॉलो कर रहे हैं. इसके बाद वह बिना रिकॉर्डिंग किए ही गुस्से में लौट गई थीं.
मालिनी ने इस किस्से पर कहा था, ‘इमरजेंसी चाहे सिर्फ 21 महीने के लिए लागू की गई हो, लेकिन उसका असर बरसों रहा. 2005 में मैं दूरदर्शन में रिकॉर्डिंग के लिए आमंत्रित थी. चैत का महीना था, मैंने भगवान रामजन्म के वर्णन की चैती प्रारंभ की तो अधिकारी बोले, राम छोड़ कुछ और गाइए.’
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